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हरिद्वार में बेटे ने खेला पिता ही हत्या को खौफनाक खेल

इस वारदात के लिए यशपाल ने अपने दोस्तों ललित मोहन उर्फ राजन और शेखर को 30 लाख रुपये और एक स्कॉर्पियो देने का लालच दिया था।

करोड़ों की संपत्ति के लालच में बेटे ने ही कराई पिता की हत्या
रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी के बेटे ने ही रची साजिश  
हत्यारे दोस्तों को हत्या करने के बदले देने थे 30 लाख रुपये व स्कॉर्पियो गाड़ी
पुलिस ने बेटे सहित उनके दोस्तों को किया गिरफ्तार
हरिद्वार। रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी की हत्या के मामले का हरिद्वार पुलिस ने खुलासा कर दिया है। एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल के निर्देशन में थाना बहादराबाद, कोतवाली रानीपुर और सीआईयू की संयुक्त टीम ने इस सनसनीखेज हत्याकांड से पर्दा उठाया। जांच के दौरान सामने आया कि इस जघन्य वारदात की साजिश मृतक के अपने ही बेटे ने दोस्तों के साथ मिलकर रची थी।
29 नवंबर 2025 को पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई थी कि कार में सवार एक रिटायर्ड एयरफोर्स कर्मी की अज्ञात बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी गई है। शुरुआत में इसे सड़क पर लिफ्ट लेकर की गई वारदात बताया गया, लेकिन पुलिस के पास पहुंचते ही कहानी में कई झोल नजर आने लगे। मौके पर मौजूद मृतक के बेटे से पूछताछ के दौरान उसके बयान बार-बार बदलते रहे। जिस दोस्त की शादी में जाने की बात कही गई थी, उसकी सही जानकारी भी वह नहीं दे पाया। यहीं से पुलिस को बेटे की भूमिका पर शक हो गया।
थाना प्रभारी अंकुर शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने पूछताछ की तो आरोपी दबाव में आ गया। कई घंटों के बाद उसने स्वीकार किया कि पिता की हत्या उसी ने दोस्तों के साथ मिलकर करवाई थी।
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक भगवान सिंह रिटायर्ड एयरफोर्स अधिकारी थे और उनके पास करोड़ों की संपत्ति थी। बेटे यशपाल की गलत संगत और आदतों के कारण पिता-पुत्र के संबंध लंबे समय से खराब चल रहे थे। यशपाल लगातार संपत्ति अपने नाम कराने का दबाव बना रहा था,जबकि पिता ने मना करते हुए उसे संपत्ति से बेदखल करने की चेतावनी दी थी। इसी रंजिश में उसने हत्या की साजिश रची। इस वारदात के लिए यशपाल ने अपने दोस्तों ललित मोहन उर्फ राजन और शेखर को 30 लाख रुपये और एक स्कॉर्पियो देने का लालच दिया था।
योजना के तहत यशपाल अपने पिता को रोशनाबाद शादी में ले जाने के बहाने ज्वालापुर बहादराबाद नहर पटरी तक कार से लाया। जटवाड़ा पुल से आगे बैराज के पास पहले से मौजूद दोनों साथियों को कार में बैठाया गया। इसी दौरान राजन ने तमंचे से भगवान सिंह की कनपटी पर दो गोलियां दाग दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए 112 पर झूठी सूचना दी।
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देशन तथा थानाध्यक्ष अंकुर शर्मा की अगुवाई में गठित पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। ललित मोहन उर्फ राजन की निशानदेही पर 315 बोर तमंचा, एक खोखा कारतूस और वारदात में प्रयुक्त जैकेट व जूते बरामद किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रकरण में साक्ष्यों के आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

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