
जनता को रिझाने को किया प्रयास, तो एक-दूसरे पर भी जमकर बरसे
बागेश्वर। उत्तरायणी मेले में राजनीतिक दलों के अलग-अलग पंडाल लगाने की परंपरा आज भी जारी है। इस बार भी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने पंडाल लगाए हैं। इन पंडालों के माध्यम से सभी दलों के नेता अपनी-अपनी पार्टियों की रीति नीति लोगों के सामने रखते हैं। उत्तरायणी मेले के यह पंडाल राजनीतिक दलों की दिशा और दशा भी तय करते हैं। मेले में होने वाली राजनीतिक दलों की सभाओं पर जनता की नजर रहती है। जनता इन पंडालों में अपने-अपने नेता को सुनने पहुंचती है। इन सभाओं में राजनीतिक दलों के संकल्प और नीतियों पर विचार किया जाता है।
उत्तरायणी मेले के दौरान सरयू बगड़ में सजने वाले राजनीतिक पंडाल में भाषण देने के लिए राजनीतिक दलों के बड़े नेता भी यहां आने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। इस बार राजनीतिक पंडालों में चार प्रमुख राजनीतिक दलों बीजेपी, कांग्रेस, उत्तराखंड क्रांति दल और बहुजन समाज पार्टी के प्रमुख नेता शामिल हुए। साथ ही उत्तराखंड एकता मंच ने भी एसटी रिजर्वेशन की मांग को लेकर अपना पंडाल लगाया।
महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल और बीजेपी के वरिष्ठ नेता भगत सिंह कोश्यारी ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश राममय हुआ है। पीएम मोदी ने देश को विरासत के रूप में अयोध्या का राम मंदिर देने का काम किया। जनता को सबका साथ सबका विकास का जो नारा दिया है, वो आज पूरा होता दिख रहा है। सरयू और गोमती के संगम बाबा बागनाथ धाम भी आज राममय हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भी बाबा बागनाथ की धरती पर आए हैं।
बीजेपी के अल्मोड़ा संसदीय सीट के सांसद अजय टम्टा ने बताया कि पीएम मोदी के सपने को साकार करने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। उत्तराखंड में लगातार और तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। कांग्रेस शासन पूरी तरह से विफल था। इसलिए जनता ने दूसरी बार बीजेपी को सत्ता की कमान सौंपी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी प्रदेश के विकास कार्यों को उच्च शिखर पर ले जाने का काम करेंगे।