न्यूयॉर्क। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि जसप्रीत बुमराह एक प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं। पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को छह रन से मिली जीत के बाद रोहित ने कहा, “मैं उनके बारे में अधिक बात नहीं करना चाहता। हम पिछले कुछ वर्षों से लगातार इस बात का साक्षी रहे हैं कि वह क्या कर सकते हैं। वह एक प्रतिभाशाली गेंदबाज हैं लेकिन अन्य गेंदबाजों ने भी बढ़िया प्रदर्शन किया।” उन्होंने अन्य गेंदबाजों की सराहना करते हुए कहा, “जाहिर तौर पर इस तरह के टूर्नामेंट में आप अपने खिलाड़ियों से ऐसे ही प्रदर्शन की अपेक्षा करते हैं। छोटे-छोटे योगदानों ने आखिर में बड़ा अंतर पैदा किया। जिसके हाथ में भी गेंद आई, वह टीम के लिए योगदान देना चाहता था।”
उन्होंने कहा, “हमें लगा कि हमने कुछ रन कम बनाए हैं। इसलिए हमें अनुशासन में रहकर गेंदबाजी करने की आवश्यकता थी। मैंने कुछ अतिरिक्त करने का प्रयास नहीं किया। विकेट बाद में बल्लेबाजी के लिए आसान हो गई थी और मूवमेंट भी नहीं मिल रही थी इसलिए मैंने यह प्रयास किया कि जितना संभव हो सके सीम को हिट करूं।”
उन्होंने अपनी रणनीति को साझा करते हुए कहा, “हमने पाकिस्तान की बल्लेबाजी के दौरान धैर्य बनाए रखा। पिच से अधिक मदद नहीं मिल रही थी इसलिए ऐसी परिस्थिति में एक गेंदबाजी इकाई के तौर पर हमें इस बात को लेकर स्पष्ट होना था कि हमें किस तरह की गेंदबाजी करनी है और हम विपक्षी टीम पर वैसा दबाव बनाने में सफल भी हुए। गेंदबाजी के दौरान में बाहरी आवजों से ध्यान हटाकर वर्तमान में रहने का प्रयास कर रहे थे और यही सोच रहे थे कि मुझे कैसी गेंद डालनी चाहिए जिससे कि बल्लेबाज को शॉट खेलने में दिक्कत हो।”
रोहित शर्मा ने कहा, “हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की। दस ओवर के बाद हम तीन विकेट पर 81 रनों के साथ अच्छी स्थिति में थे। लेकिन हम यहां से साझेदारियां नहीं बना सके। मुझे लगा कि हमने 15-20 रन कम बनाए हैं। हमने इस बारे में चर्चा भी की थी इस तरह की पिच पर हर रन मायने रखता है। हमारे जेहन में 140 का स्कोर चल रहा था। लेकिन मैं यही सोच रहा था कि हमारे गेंदबाज बढ़िया प्रदर्शन करेंगे और उन्होंने किया भी।”