सहारनपुर। नगीना सुरक्षित सीट से सांसद बने आजाद समाज पार्टी (आसपा) प्रमुख चंद्रशेखर ने साफ कर दिया है कि वह विपक्ष की भूमिका अदा करेंगे और जनता की लड़ाई लड़ेंगे। कहा कि भाजपा को रोकने के लिए जो कर सकते थे, वह मजबूती से किया। इतना जरूर है कि नगीना में जो गठजोड़ बनाया है, उसे अब पूरे प्रदेश तक ले जाना है।
चुनाव जीतने के बाद पहली बार छुटमलपुर स्थित अपने घर पहुंचे आसपा प्रमुख चंद्रशेखर ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि समाज ने कहा था कि 2022 में वह बहनजी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। 2022 के बाद वह उनके साथ खड़े रहे। खतौली और घोसी उपचुनाव में उन्होंने भाजपा को रोककर यह साबित भी किया। बोले, वह चाहते थे कि भाजपा सबक सीखे और तानाशाही का दौर फिर न आए। भाजपा को रोकने के लिए जो कर सकते थे, वह पूरी दमदारी से किया है।
चंद्रशेखर ने दावा किया कि प्रदेश में करीब 20 सीटों पर जनता ने उनके इशारे पर भाजपा का विजय रथ रोकने में मदद की है। दलित, मुस्लिम, पिछड़े, किसान वर्ग ने उन पर जो भरोसा किया है, उसे टूटने नहीं देंगे। कमजोर पर जहां कहीं जुल्म होगा, तो चंद्रशेखर वहां खड़ा मिलेगा।
विपक्ष की भूमिका में रहेंगे
बसपा के प्रदर्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि बसपा कोई चुनाव जीतने के लिए नहीं लड़ रही है। नगीना में उन्होंने ऐसा गठजोड़ बनाया है, अगर यह यूपी में भी बन गया तो 2027 में भाजपा को प्रदेश मुक्त होने से कोई नहीं रोक पाएगा।
कहा, भले ही विपक्ष सरकार नहीं बना पाया, लेकिन वह विपक्ष की भूमिका में रहेंगे। अगर कहीं जुल्म होगा, तो वह संसद में लड़ेंगे और उनके कार्यकर्ता बाहर। अब न कहीं मोबलिंचिंग होगी और न किसी गरीब को पीटा जाएगा। ऐसा करने वाले गुंडे सावधान हो जाएं, इसी में उनकी भलाई है।
चुनाव के दौरान मायावती के भतीजे आकाश की ओर से उन पर की गई टिप्पणी के सवाल पर चंद्रशेखर ने कहा कि वह उनके छोटे भाई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब धनबल, बाहुबल और विरासत की राजनीति का दौर समाप्त हो रहा है।