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प्रत्येक श्रद्धालु को चारधाम के दर्शन करवाना हम सभी की जिम्मेदारीः सीएम

जिला अधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि बीते शुक्रवार को 15800 यात्रियों ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए, साथ ही गेट सिस्टम के माध्यम से निरंतर यमुनोत्री और गंगोत्री को श्रद्धालु भेजे जा रहे हैं।

दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से परखी चारधाम यात्रा व्यवस्था
धामी ने जनता से फीडबैक लेकर, अधिकारियों को दिए निर्देश
यात्रा मार्ग पर नियमित सफाई अभियान चलाने को कहा
देहरादून।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं के संबंध की समीक्षा करते हुए चार धाम ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाएं जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा आने वाले साल में भी चार धाम यात्रा और अधिक बढ़ने वाली है। चारधाम यात्रा, कावड़ यात्रा, पूर्णागिरी यात्रा सहित प्रदेश के अंदर संपन्न होने वाली विभिन्न यात्राओं के कुशल प्रबंधन और संचालन के लिए आवश्यकता अनुसार यात्रा प्राधिकरण की ओर भी विचार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में प्रवेश कर रहे प्रत्येक श्रद्धालु को चार धाम के दर्शन करवाना हम सभी की जिम्मेदारी है। हमने श्रद्धालुओ का सहभागी बनकर यात्रा संपन्न करवानी है। उन्होंने यात्रा को लेकर अधिकारियों को हमेशा अलर्ट मोड में रहने के निर्देश दिए। उन्होंने होल्डिंग पॉइंट्स पर सभी मूलभूत सुविधाओं के साथ ही शौचालयो की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। अत्यधिक भीड़ बढ़ने पर गाड़ियों की निकासी के लिए वैकल्पिक मार्गाे पर विचार किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा मार्ग पर नियमित रूप से सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी छुटिृयों एवं वीकेंड के दृष्टिगत भी सभी तैयारियां पूर्ण करें। उन्होंने हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी, टिहरी, रूद्रप्रयाग, चमोली एवं उत्तराकाशी के जिलाधिकारी एवं प्रशासन से आपसी समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा सभी अधिकारी ग्राउंड में जाकर श्रद्धालुओ से फीडबैक भी लें ताकि समय रहते छोटी कमियों को भी दूर किया जाए ।
मुख्यमंत्री को जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने बताया कि बीते शुक्रवार को बद्रीनाथ धाम में करीब 13000 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। उनके द्वारा हेमकुंड साहिब यात्रा का भी पैदल मार्गाे से निरीक्षण किया गया है। जहां सभी व्यवस्थाओं को यात्रा से पहलेपूर्ण कर लिया जायेगा। जिला अधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि बीते शुक्रवार को 15800 यात्रियों ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए, साथ ही गेट सिस्टम के माध्यम से निरंतर यमुनोत्री और गंगोत्री को श्रद्धालु भेजे जा रहे हैं। विभिन्न होल्डिंग पॉइंट्स पर प्रशासन द्वारा सभी मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।
बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु , सचिव अरविन्द सिंह ह्यांकी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज गर्ब्याल, जिला आधिकारी टिहरी मयूर दीक्षित, जिला आधिकारी रूद्रप्रयाग सौरव गहरवार, एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

चारों धामों में रील पर रोक सरकार का व्यावहारिक निर्णयः भट्ट
देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि  चारोंधामों के परिसर में रील बनाने पर रोक सरकार का सही और व्यावहारिक निर्णय है। उन्होंने यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने को राज्य की आर्थिकी के लिए सुनहरा अवसर बताया।
उन्होंने कहा कि यात्रा को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए सबकी सहभागिता बेहद जरूरी है। कहा, सीएम पुष्कर सिंह धामी यात्रा व्यवस्थाओं की खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वह ग्राउंड जीरो पर जाकर यात्रियों से फीड बैक ले रहे हैं। यह आमजन और श्रद्धालुओं में उत्साह भरने वाला कदम है।
उन्हांेने कहा कि साल-दर-साल तीर्थयात्रियों की बढ़ती संख्या प्रदेश की आर्थिकी के लिए सुनहरा अवसर है।लिहाजा सरकार के साथ हम सभी सवा करोड़ देवभूमिवासियों का भी दायित्व है कि राज्य की मेहमाननवाजी की शानदार तस्वीर लेकर श्रद्धालु जाएं। इसके लिए सबसे जरूरी है कि सड़क, आवास, पानी, स्वास्थ्य, खानपान, संचार आदि की व्यवस्था दुरुस्त हो। उसके लिए धामों कीऐसा करने में तात्कालिक रूप से स्थानीय व्यावसायियों को कुछ नुकसान नजर आ सकता है। क्षमता के अनुसार ही लोगों को वहां पहुंचना भी जरूरी है।
लेकिन, धीरे-धीरे यात्रा आगे बढ़ने पर बड़े लाभ के रूप में उन्हें स्थायी रूप से प्राप्त होने वाला है। बिना पंजीकरण यात्रा की अनुमति न देने के फैसले का उन्होंने स्वागत किया। यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि अन्य लोगों की आस्था, परंपरा एवं रीति रिवाजों को चोट पहुंचाने वाला कोई कृत्य न करें।

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