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सुनील छेत्री ने की संन्यास की घोषणा

और जिस पल मैंने सबसे पहले अपने आप से कहा कि यह वह मैच है जो मेरा आखिरी होगा, तभी मुझे सब कुछ याद आने लगा। यह बहुत अजीब था।”

नई दिल्ली। भारत के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए कहा कि छह जून को कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में कुवैत के खिलाफ होने वाला फीफा विश्व कप क्वालीफायर मैच उनका आखिरी मुकाबला होगा। सुनील छेत्री ने सोशल मीडिया मंच पर भावनात्मक पोस्ट में कहा, “आप जानते हैं, पिछले 19 वर्षों में मुझे जो एहसास याद है, वह कर्तव्य, दबाव और अपार खुशी का एक बहुत अच्छा संयोजन है।”

उन्होंने कहा, “मैंने व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं सोचा था कि ये इतने सारे मुकाबले हैं जो मैंने देश के लिए खेले हैं। मैंने यही किया है, अच्छा या बुरा। लेकिन अब मैंने यह कर लिया। यह पिछले डेढ़, दो महीने मैंने किया।” उन्होंने कहा, “मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि शायद मैं इस निर्णय की ओर जा रहा था कि यह गेम (कुवैत के खिलाफ), यह अगला गेम मेरा आखिरी होगा। और जिस पल मैंने सबसे पहले अपने आप से कहा कि यह वह मैच है जो मेरा आखिरी होगा, तभी मुझे सब कुछ याद आने लगा। यह बहुत अजीब था।”

छेत्री ने वीडियो में कहा “ऐसा नहीं है कि मैं थका हुआ महसूस कर रहा था। जब मुझे यह एहसास हुआ कि यह मेरा आखिरी गेम होना चाहिए तो मैंने इसके बारे में बहुत सोचा। और आखिर में, मैं इस फैसले पर पहुंचा। तो क्या इसके बाद मैं दुखी रहूंगा। बिल्कुल। क्या मैं इस वजह से कभी-कभी, हर दिन दुखी महसूस करता हूं। हां। हां, इसमें समय लगा क्योंकि अंदर का जो बच्चा है, वह कभी रुकना नहीं चाहता। अगर उन्हें अपने देश के लिए खेलने का मौका दिया गया, तो कभी नहीं।”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि अब भारत के लिए अपना अगला नंबर 9 ढूंढने का वक्त आ गया है। अब वक्त आ गया है कि हम इस पर काम करें। जब मैं वहां नहीं रहूंगा, तो मुझे यकीन है कि बहुत सारे युवा आगे बढ़ेंगे। लेकिन उन्हें वक्त की जरुरत होगी।” छेत्री का संन्यास लेना एक युग का अंत कहा जा सकता है। सिकंदराबाद में जन्मे स्ट्राइकर ने लगभग अकेले दम पर भारत को वैश्विक फुटबॉल में अलग पहचान दिलाई।

उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था और पदार्पण पर अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल किया था। उन्होंने 19 वर्षों के अपने फुटबॉल करियर देश के लिए 150 मुकाबलों में 94 गोल किए। छेत्री, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, अली डेई और लियोनेल मेसी – फुटबॉल के सभी दिग्गज नामों के बाद सर्वकालिक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय गोल स्कोरर की सूची में चौथे स्थान पर हैं।

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