चमोली के दूरस्थ गांव द्रोणागिरी में भारी बर्फबारी, बर्फीली हवाओं से उड़ी घरों की छतें
बताया जा रहा है कि इससे कई ग्रामीणों के घरों को भी भारी नुकसान हुआ है।
चमोली। देशभर में इन दिनों गर्मी का प्रकोप है। कई राज्यों में हीट वेव से हालात खराब हो रहे हैं। बढ़ा हुआ तापमान लोगों की परेशानी के साथ साथ मुसीबतें भी बढ़ा रहा है। इसके उलट उत्तराखंड के सीमात जिले चमोली में बर्फबारी हो रही है। सीमांत जनपद चमोली की नीती घाटी के दूरस्थ गांव द्रोणागिरी में भारी बर्फबारी व बर्फीली तूफान की सूचना है। बताया जा रहा है कि इससे कई ग्रामीणों के घरों को भी भारी नुकसान हुआ है।
चमोली के उच्च हिमालय क्षेत्रों में तीन चार दिनों से लगातार बर्फबारी व तेज हवाएं चल रही हैं। जिससे विकास खंड जोशीमठ के सबसे दूरस्थ गांव द्रोणागिरी में कई मकानों के छते बर्फीली हवा से उड़ गई हैं। जिससे गांव के कई घरों को नुकसान पहुंचा है। कल शाम से भी यहां पर लगातार बर्फबारी हो रही थी। सुबह तक लगभग एक से दो फीट के बीच बर्फ जम गई थी। बता दें आजकल इस क्षेत्र के लोग अपने शीतकालीन प्रवास जनपद चमोली के मैदानी भागों में निवास करते हैं। पिछले तीन चार दिन से लगातार खराब मौसम के कारण गांव वाले अपने मूल गांव के घरों का जायजा लेने। वहां उन्होंने देखा कि घरों के छते बर्फीली हवाएं से उड़ी हुई हैं। साथ ही साथ द्रोणागिरी पहुंचने का एक मात्र पैदल मार्ग भी कई जगह पर अत्यधिक बर्फबारी के कारण क्षतिग्रस्त हुआ है।
ग्रामीण एवं कागा प्रधान व जिला महामंत्री प्रधान संघ चमोली पुष्कर सिंह राणा ने जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना को दूरभाष के माध्यम से इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया मई प्रथम सप्ताह के आसपास गांव वाले शीतकालीन प्रवास से अपने मूल गांव की ओर लौटने वाले हैं। बर्फबारी के कारण जहां पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं उन्हें संबंधित विभाग से ठीक करवाया जाये। जिन परिवारों के घरों को नुकसान पहुंचा है उनके मुआवजे का प्रावधान किया जाये।