अलीगढ़। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और कुछ सहयोगी दलों ने आजादी के बाद कुछ नहीं किया। गलत नीतियों की वजह से यह पार्टी सत्ता से बाहर हुई। कांग्रेस की गलत नीतियां थीं। फिर भाजपा आई। मगर, इनकी भी ज्यादातर गलत नीति और पूंजीवाद के चलते गलत काम किए।
मायावती ने कहा कि अब साफ है कि यह भी आसानी से सत्ता में नहीं आएगी। अगर चुनाव निष्पक्ष होता है। मशीन में गड़बड़ी नहीं होती है तो इनकी गारंटी और जुमलेबाजी काम नहीं आएगी।
बसपा सुप्रीमो सासनीगेट चौराहा स्थित महेश्वर इंटर कॉलेज के मैदान में आयोजित अलीगढ़, हाथरस व मथुरा सीट से पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग और मेहनतकश लोग, जिन्होंने वोट किया। मगर इन्होंने उनके लिए एक चौथाई भी काम नहीं किया। ये पूंजीवादी और धन्ना सेठ को छूट देने और बचाने में लगे रहे। हाल में आई रिपोर्ट से भी इसका खुलासा हुआ है। जांच एजेंसी का भी कांग्रेस की तरह भाजपा ने दुरुपयोग किया है।
भाजपा की जातिवादी और पूंजीवादी सोच
मायावती ने आगे कहा कि कांग्रेस की तरह ही भाजपा की जातिवादी और पूंजीवादी सोच से गरीबों और दलितों के लिए कुछ नहीं किया, मुस्लिम का भी विकास नहीं हुआ। आदिवासी व अन्य पिछड़े वर्ग के अधूरा पड़ा आरक्षण का कोटा भी नहीं भरा गया।
सपा ने सत्ता में आने पर कुछ नहीं किया। कांग्रेस और भाजपा ने भी अंदर-अंदर सहयोग किया। प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण का कोई लाभ नहीं है। पूंजीवाद लोग हावी हैं। मुस्लिम और अल्पसंख्यक की हालत काफी खराब और दयनीय है।
जनता चाहती थी ऐसा उम्मीदवार, जो सेवा करे
मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी किसी भी गठबंधन में नहीं है। हम अकेले पूरी तैयारी से चुनाव लड़ रहे हैं। टिकट के बंटवारे में सर्व समाज को टिकट दी है। अलीगढ़ की जनता चाहती है। एक उम्मीदवार ऐसा हो, जो सेवा करे। जनता के दुख सुख में शामिल हो। यहां से भाजपा के प्रत्याशी को जिताया है, मगर जनता संतुष्ट नहीं है। जनता मजबूरी में उन्हें जिताती है, हमने इसलिए ब्राह्मण समाज को टिकट दिया है।