उत्तराखंड

उत्तराखण्ड में अगले सात दिन में पंहुचेगा मानसून

मौसम विभाग द्वारा राज्य में 24 से 30 जून तक तेज हवाओं के साथ भारी से भी भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।

बारिश के कारण 7 डिग्री नीचे पहुंचा पारा
देहरादून। मौसम विभाग ने आने वाले सप्ताह 24 जून से 30 जून तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और इसके साथ ही 25 जून से मानसून उत्तराखंड में सक्रीय होने की सम्भावना है। साथ ही अगले दो दिन से प्रदेशभर में हल्की से तेज बारिश का दौर शुरू हो जाएगा।
दो महीने से पड़ रही भीषण गर्मी से अब उत्तराखंड को राहत मिल गई है नॉन स्टॉप चल रहे एसी और कूलर अब जाकर कहीं बंद होना शुरू हुए हैं। पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश का दौर शुरू हो गया है, पहाड़ों में सुबह ठिठुरन महसूस की जा रही है। पिछले दिनों हुई बारिश से तापमान में गिरावट आ गई है। गर्मी से जो तापमान 43 तक पहुंच गया था वो अब 35 पर सिमट गया है। मानसून के पूरी तरह आने से पहले ही पारा लुढ़क गया है। मानसून की बारिश से पहाड़ो में परेशानियों का बढ़ना भी तय है इसलिए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम में आ रहे सभी तीर्थयात्रियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
मौसम विभाग द्वारा जारी आज के मौसम पूर्वानुमान के अनुसार पर्वतीय क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ बारिश होने और तेज हवाएं चलने की संभावना है। साथ ही अगले दो दिन पहाड़ो में गर्जन के साथ बारिश पड़ सकती है और निचले क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। इसके बाद 24 से 30 जून तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में तेज बारिश होने की आशंका है जिसके लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। पर्वतीय लोगों को सावधानी विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
शुक्रवार को देहरादून का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि पंतनगर का अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15.1 डिग्री सेल्सियस था। नई टिहरी का अधिकतम तापमान 27.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

उत्तराखण्ड में 24 से 30 जून तक भारी बारिश का अलर्ट
कुमाऊं कमिश्नर ने सभी जिला अधिकारियों को किया सतर्क
देहरादून। उत्तराखंड में मानसून आगमन से पूर्व ही भारी से भारी बारिश का कहर झेलना पड़ सकता है। भीषण गर्मी से झुलस्ते और सुलगते जंगलों में उठती लाल लपटों से तीन दिन पूर्व हुई बारिश के कारण भले ही राहत मिल चुकी हो लेकिन यह राहत अब बड़ी आफत बनने वाली है। मौसम विभाग द्वारा राज्य में 24 से 30 जून तक तेज हवाओं के साथ भारी से भी भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए पूर्वानुमान से शासन-प्रशासन भी हैरानी और परेशानी में पड़ता दिखाई दे रहा है क्योंकि मानसूनी आपदा और समस्याओं से निपटने की जो पूर्व तैयारी की जानी थी वह अभी तक नहीं की जा सकी है। भले ही इसके दिशा निर्देश देने और दावे करने के काम में कोई कमी नहीं है। काबीना मंत्री सौरभ बहुगुणा का कहना है कि वह चार धाम यात्रा को लेकर सभी मानसूनी तैयारी कर चुके हैं। लेकिन चार धाम यात्रा तो दूर अभी नगर क्षेत्रों में नालों खांलो और जल निकासी तक का पुख्ता इंतजाम नहीं किया जा सका है।
उधर मौसम विभाग की चेतावनी के बाद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सभी जिला अधिकारियों को सतर्क करते हुए आपातकालीन स्थिति से निपटने को तैयार रहने को कहा गया है। उन्होंने सभी स्लाइडिंग जॉेन पर जेसीबी तैनात करने तथा राशन आदि की पुख्ता व्यवस्था रखने के आदेश देते हुए कहा गया है कि आपदा प्रबंधन विभाग की टीमों को पहले से अलग-अलग आपदा संभावित क्षेत्रों में तैनात कर दिया जाए जिससे आपदा के समय उनका रिस्पांस टाइम कम से कम रहे। उनका कहना है कि अत्यधिक बारिश के कारण सड़कों के बहने तथा भूस्खलन के कारण बंद होने की घटनाएं बढ़ सकती हैं तथा नदी नाले और खालो का रौद्र रूप देखने को मिल सकता है। उन्होंने चार धाम यात्रियों को जारी गाइडलाइन के अनुसार ही यात्रा करने को कहा है। खराब मौसम में यात्रा करने का जोखिम कतई नहीं लिया जाना चाहिए। राज्य के मैदानी भागों में बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो सकते हैं।

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