उत्तराखंड

अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर अजय टम्टा ने लगाई जीत की हैट्रिक, प्रदीप टम्टा को हराया

अजय टम्टा देश में सबसे कम उम्र के जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे। 2007 में अजय टम्टा ने पहली बार सोमेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा।

देहरादूनः उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर रुझान भाजपा के पक्ष आ चुके हैं। पांचों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी लगभग जीत दर्ज कर रहे हैं। कुमाऊं मंडल की दोनों अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ और नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट पर भाजपा प्रत्याशियों ने बड़े अंतर से जीत हासिल की है। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर अजय टम्टा ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप टम्टा को करीब 2 लाख वोटों के अंतर से हराया है।
अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सीट पर अजय टम्टा ने जीत हासिल करने के साथ ही जीत की हैट्रिक लगा ली है। इससे पहले अजय टम्टा 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीत हासिल कर चुके हैं। दोनों ही चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को ही पटखनी दी। उस दौरान भी अजय टम्टा के जीत का अंतर काफी रहा था।
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा ने प्रचार-प्रसार में कोई कमी नहीं छोड़ी। अल्मोड़ा सीट पर अजय टम्टा चुनावी खर्च करने में सबसे आगे रहे। उन्होंने निगरानी समिति को दिए गए चुनावी खर्च के ब्यूरो के मुताबिक, इस चुनाव में 76 लाख 98 हजार 843 रुपए खर्च किए। जबकि कांग्रेस के प्रदीप टम्टा ने 51 लाख 76 हजार 957 रुपए खर्च किए।

अजय टम्टा का राजनीतिक सफर
अजय टम्टा छात्र जीवन से ही एबीवीपी से जुड़ गए थे। साल 1996 में अजय टम्टा पहली बार जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हुए। इसके बाद 1997 में अजय टम्टा अल्मोड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष बने। अजय टम्टा देश में सबसे कम उम्र के जिला पंचायत अध्यक्ष बने थे।
2007 में अजय टम्टा ने पहली बार सोमेश्वर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा। यहां से जीतकर अजय टम्टा विधायक बने। जिसके बाद अजय टम्टा को खंडूड़ी सरकार में राज्यमंत्री बनाया गया। 2008 में ही अजय टम्टा राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। 2010 में भाजपा ने अजय टम्टा को पार्टी के अनुसूचित जाति, जनजाति मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया। 2011 में अजय टम्टा को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया।
इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें चुनावी मैदान में उतारा। इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उन्हें कांग्रेस के प्रदीप टम्टा ने हराया। इसके बाद टम्टा ने 2012 में सोमेश्वर विस सीट से फिर से विधानसभा चुनाव लड़ा। जहां वे जीतकर विधायक के तौर पर विधानसभा पहुंचे।
इसके दो साल बाद ही 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने फिर से अजय टम्टा को चुनावी मैदान में उतारा। जिसमें अजय टम्टा ने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को बड़े अंतर से हराया। इस बार अजय टम्टा को केंद्र की मोदी सरकार में केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया। इसके बाद साल 2019 में पार्टी ने फिर उन्हें अल्मोड़ा सीट पर प्रत्याशी बनाया और उन्होंने चुनाव जीतकर 17वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में जिम्मेदारी संभाली।

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