वन विभाग ने तमंचे के साथ तीन किए गिरफ्तार
हल्द्वानी। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा रेंज में लकड़ी तस्करों और वन विभाग की टीम के बीच मुठभेड़ हो गई। जहां जवाबी फायरिंग में एक तस्कर को गोली लगी है, जिसे गंभीर हालत में सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, जवाबी फायरिंग में तस्करों ने वन विभाग के ऊपर भी फायरिंग की, जिसमें वनकर्मी बाल-बाल बच गए। वन विभाग के टीम ने मौके पर 3 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है।
एक पिकअप वाहन से काफी मात्रा में कीमती लकड़ी बरामद किया गया है। वन विभाग के जवाबी कार्रवाई में वन तस्कर लखविंदर सिंह लक्कू नाम को गोली लगी है। मौके पर वन विभाग के टीम ने मौके पर एक 315 बोर का अवैध तमंचा और कारतूस भी बरामद किया है। फिलहाल, वन विभाग ने लालकुआं कोतवाली में तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
वन क्षेत्राधिकारी टांडा रेंज रूपनारायण गौतम ने बताया कि घटना आज यानी रविवार तड़के सुबह का है। वन विभाग को सूचना मिली कि टांडा रेंज के लालकुआं क्षेत्र में लकड़ी काटकर एक वाहन से जाया जा रहा है। जिसके बाद वन विभाग के एसओजी और वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर तस्करों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फायरिंग कर दी।
जहां जवाबी फायरिंग में वन विभाग का कुख्यात तस्कर लखविंदर सिंह लक्कू निवासी बरहैनी बाजपुर (उधमसिंह नगर) को गोली लगी है। जिसको सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती कर गया है। मौके पर इसके अलावा मौके पर दो अन्य तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। वन विभाग के इस कार्रवाई में आरोपियों के पास से पिकअप वाहन में भारी मात्रा में बेशकीमती सागौन की लकड़ी और एक बाइक बरामद की है। साथ ही मौके पर एक 315 बोर का तमंचा भी मिला है। फिलहाल, पूरे मामले में तस्करों के खिलाफ लालकुआं कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है। उधर, लालकुआं पुलिस क्षेत्राधिकारी संगीता ने बताया कि पूरे मामले में मामला दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
वनकर्मी की गोली मार हत्या कर चुका है वन तस्कर लखविंदर सिंह
हल्द्वानी। रेंज अधिकारी रूप नारायण गौतम ने बताया फायरिंग में घायल लखविंदर सिंह लक्कू एक कुख्यात लकड़ी तस्कर है। साल 2019 में लखविंदर सिंह ने वनकर्मी की गोली मार हत्या कर दी थी। इस मामले में वो जेल भी गया था। जो हाल ही में जेल से छूट कर आया हुआ है। उन्होंने बताया कि जवाबी फायरिंग के दौरान वन विभाग की कर्मचारी बाल-बाल बच गए।