नई दिल्ली। मंगलवार को दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच हुए मैच में दिल्ली ने राजस्थान को 20 रनों से हरा दिया। इस मैच में राजस्थान के कप्तान संजू सैमसन के कैच को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर अंपयार के फैसले को लेकर कड़ी आलोचना की जा रही हैं। वहीं, मैच के दौरान RR के कप्तान संजू सैमसन भी इस विवादित कैच को लेकर फील्ड अंपायर से भिड़ते नजर आए थे। वहीं, अब संजू सैमसन की इस हरकत को लेकर उन्हें बड़ी सजा मिली है। BCCI ने संजू सैमसन को कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी मानते हुए मैच फीस का 30 फीसदी जुर्माना लगाया है।
आईपीएल ने अपने आधिकारिक बयान में लिखा, ‘सैमसन ने आईपीएल के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.8 के लेवल 1 का उल्लंघन किया है। उन्होंने अपनी गलती मानी और मैच रेफरी की सजा भी स्वीकर की। मैच रेफरी का फैसला ही आखिरी फैसला होता है।’
दरअसल यह सारा विवाद मैच के 16 ओवर में हुआ था। 222 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए संजू 16 ओवर में 86 के स्कोर पर बाउंड्री पर कैच हो गए। इस दौरान कैच पकड़ने वाले खिलाड़ी का पैरा बाउंड्री लाइन के काफी करीब था। फील्ड अंपायर ने संजू को आउट करार दिया तो संजू मैदान पर ही अंपायरों से बहस करने लगे। संजू का मानना था कि शाई होप ने कैच पकड़ने के दौरान बाउंड्री लाइन को टच कर लिया है। हालांकि अंपायर अपने फैसले पर अड़े रहे।
कैच का रीप्ले देखने के बाद कई लोगों का मानना है कि कैच करते समय शाई होप का पैर बाउंड्री लाइन को टच कर गया था। हालांकि थर्ड अंपायर को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला और उन्होंने संजू सैमसन को आउट करार दिया।
वहीं, टीम के कोच संगकारा ने भी इस पर रिएक्ट किया है। कोच ने कहा कि रीप्ले और एंगल पर निर्भर करता है। कभी-कभी आपको लगता है कि पैर छू गया। तीसरे अंपायर के लिए यह निर्णय लेना मुश्किल था। खेल एक महत्वपूर्ण चरण में था, लेकिन ऐसा हुआ। हमारे पास अलग-अलग दृष्टिकोण हैं, आपको तीसरे अंपायर के फैसले पर कायम रहना चाहिए, भले ही हमारी राय इस पर अलग हो। हम इसे अंपायरों के साथ साझा करेंगे।