हरीश रावत के कई करीबियों ने छोड़ी कांग्रेस, आसान नहीं बेटे की राह
सभी नेताओं को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी के टोल फ्री नंबर पर मिस कॉल करवाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई।
प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने दिलाई भाजपा की सदस्यता
हरिद्वार लोकसभा सीट के प्रत्याशी त्रिवेन्द्र रहे मौजूद
कांग्रेस सरकार में ओएसडी रहे पूरुषोत्तम ने भी छोड़ी कांग्रेस
हरिद्वार। उत्तराखंड की हरिद्वार लोकसभा सीट पर बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। बुधवार तीन अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के करीबी माने जाने वाले 6 से ज्यादा नेता कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। सभी नेताओं को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पार्टी के टोल फ्री नंबर पर मिस कॉल करवाकर भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर हरिद्वार लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद रहे।
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं में कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व राज्य मंत्री राजेश रस्तोगी, मुख्यमंत्री रहते हरीश रावत के ओएसडी रहे पुरुषोत्तम शर्मा, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी और कई विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की मुख्य धुरी रहे चेतन ज्योति आश्रम के स्वामी ऋषिश्वरानंद के साथ बड़ी संख्या में संत हैं।
भाजपा का दामन थामने वाले पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि बीजेपी की रीति नीति से प्रभावित होकर वो पार्टी में शामिल हुए हैं। वहीं हरीश रावत से नाराजगी के सवाल पर उन्होंने हरदा को पिता तुल्य बताया है। पुरुषोत्तम शर्मा ने स्पष्ट किया कि हरीश रावत से उनकी कोई भी व्यतिगत नाराजगी नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी में शामिल होने वाले संतों और कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश ही नहीं पूरे देश में इस समय कांग्रेस में असंतोष है, जिसके बाद अब उत्तराखंड में भाजपा पांचों सीट जीतकर जीत की हैट्रिक लगाएगी। बता दें कि इन नेताओं का जाना कांग्रेस के साथ ही हरीश रावत के लिए बड़ा झटका है। क्योंकि हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हैं, जिसका प्रभाव आगामी 19 अप्रैल को होने वाले मतदान पर पड़ेगा। यहां से बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को मैदान में उतारा है।