मैदानी क्षेत्रों में ठंड पर कंपकपाने लगी
देहरादून। उत्तराखंड में मौसम विभाग ने तीन जिलों के लिए बारिश और बर्फबारी की भविष्यवाणी की है। गढ़वाल मंडल के दो जिले उत्तरकाशी और चमोली में हल्की बारिश और बर्फबारी की उम्मीद लगाई जा रही है तो वहीं कुमाऊं के पिथौरागढ़ में भी इसी तरह हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
उत्तराखंड में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि राज्य के तीन जिलों में मौसम में बदलाव होता हुआ दिखाई देगा। इसमें चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ जनपद के लिए मौसम विभाग बारिश और बर्फबारी की उम्मीद लगा रहा है। हालांकि इन तीनों जिलों में भी हल्की बारिश और बर्फबारी की ही संभावना व्यक्त की गई है। 3 तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो सकती है।
जबकि बाकी सभी जिलों में मौसम सामान्य रहेगा। मौसम विभाग ने पर्वतीय जनपदों के लिए पाले को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। माना गया है कि पर्वतीय जनपदों में कहीं-कहीं पाला पड़ सकता है ऐसे लोगों को विशेष एहतियात बरतने के सुझाव दिए गए हैं। राजधानी देहरादून में आज सुबह से ही मौसम सामान्य दिखाई दिया। आसमान पूरी तरह साफ रहा और हालांकि मौसम में सुबह के समय हल्का ठंडा महसूस किया गया।
मौसम विभाग ने देहरादून में रविवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना व्यक्त की है। जबकि शनिवार को देहरादून में अधिकतम तापमान करीब 22 डिग्री सेल्सियस तक रहा था।
अलर्ट- पश्चिमी विक्षोभ बिगाड़ेगा मौसम का मिजाज
देहरादून। मौसम विज्ञानियों ने मध्य भारत में बारिश की संभावना जताई है। मध्य भारत में 26 और 27 फरवरी को बारिश के साथ ही आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली गिर सकती है। इसके अलावा पर्वतीय प्रदेशों में 26 और 27 फरवरी को बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है।
उत्तराखंड से लेकर हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हालात बिगड़ने की आंशका जताई गई है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इस सप्ताह जम्मू-कश्मीर में तीन दिनों तक लगातार बारिश और हिमपात हुई। एक-तीन मार्च तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या हिमपात का अनुमान है। इन तीन दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ और ओलावृष्टि होने के भी आसार हैं।
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, 26 फरवरी को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड के कई इलाकों में बिजली, तेज हवाएं और ओलावृष्टि हो सकती है। जम्मू-कश्मीर, मुजफ्फराबाद, गिलगित-बाल्टिस्तान और लद्दाख में 26 फरवरी को बारिश की संभावना है तो वहीं हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 26 और 27 फरवरी को बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर प्रदेश में 26 और 27 फरवरी को बारिश के आसार हैं। इस दौरान अरुणाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान है।
बिहार में 27 फरवरी से एक बार फिर मौसम में बदलाव आएगा। दक्षिणी व उत्तरी भागों में एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। प्रदेश में 28-29 फरवरी तक छिटपुट वर्षा के आसार हैं। राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री और अधिकतम तापमान 25 डिग्री रहने की संभावना है। यहां 25 से 27 फरवरी के बीच बारिश हो सकती है। इसके अलावा असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी बारिश की संभावना है। 24 फरवरी को तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़ और पड़ोसी ओडिशा के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है।
गैरसैंण में अलाव की व्यवस्था ना होने से राहगीर परेशान
देहरादून। पिछले दो दिनों से उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात व बारिश के चलते चमोली जनपद में भी सर्द हवाओं के साथ ही कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं सूबे की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में भी सुबह शाम आम जनता को ठंड से दो चार होना पड़ रहा है।लेकिन अब तक नगर पंचायत प्रसाशन गैरसैंण मुख्य चैराहे के अलावा अन्यत्र स्थानों पर अलाव की कोई भी व्यवस्था नहीं की है। जिस कारण मजदूरों व राहगीरों को ठंड में ठिठुरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
चमोली जनपद में कड़ाके की ठंड के चलते जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने सभी नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों को सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने व असहाय लोगों को कम्बल वितरित करने व रेन बसेरों में ठहराने की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये थे। इसके बावजूद नगर पंचायत गैरसैंण अब तक मुख्य चैराहे के अलावा अन्य स्थानों पर अलाव जलाने की कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है।बार संघ के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता कुंवर सिंह बिष्ट ने कहा कि तहसील में प्रतिदिन कई लोग अपने विभिन्न कार्यों को लेकर पहुंचते हैं। लेकिन सार्वजनिक स्थानों पर नगर पंचायत अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं कर पाया है।