उत्तराखंडक्राइम
पुलिस ने किया रमेश हत्याकांड का खुलासा, कबूतर मारने पर हुआ था विवाद, हत्यारा गिरफ्तार
घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर कई पुलिस अधिकारियों ने फॉरेंसिक टीम और स्क्वायड डॉग के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना के खुलासे के लिए कई टीमें गठित की गईं।
रुड़की। हरिद्वार के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में बीते दिनों अधेड़ की धारदार हथियार से हत्या कर शव को नाले में फेंकने वाली घटना का मंगलौर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने अधेड़ की हत्या करने वाले आरोपी अंकित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद की है। वृद्ध और आरोपी के बीच विवाद कबूतर को मारने पर बढ़ा था।
मंगलौर कोतवाली पुलिस को 30 जनवरी को सूचना मिली थी कि मोहम्मदपुर जट गांव में अकेले रह रहे अधेड़ का बिस्तर खून से सना हुआ है। लेकिन अधेड़ गायब है। पुलिस के खोजबीन में अधेड़ का शव बुरी स्थिति में घटनास्थल से कुछ दूरी पर गंदे नाले से बरामद हुआ था। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर कई पुलिस अधिकारियों ने फॉरेंसिक टीम और स्क्वायड डॉग के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना के खुलासे के लिए कई टीमें गठित की गईं।
पुलिस की जांच में पाया गया कि किसी धारदार हथियार से वीभत्स तरीके से हत्या को अंजाम दिया गया है। मृतक द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करना। लोगों से कम मिलना जुलना और अन्य भी किसी प्रकार की कोई इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस न मिलने के कारण घटना का खुलासा करना हरिद्वार पुलिस के लिए एक बड़ा चैलेंज बन गया। घटना के संबंध में मृतक के भतीजे सुखपाल पुत्र रूपराम निवासी मोहम्मदपुर जट कोतवाली मंगलौर की लिखित शिकायत पर आईपीसी की धारा 302, 201 के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
इस दौरान पुलिस को जांच में बड़ी लीड मिली। पुलिस को पता चला कि संदिग्ध युवक अंकित (जो लगातार अपने ठिकाने बदलता है और जंगलों में निवास करता है) का मृतक से वार्तालाप होता था और लेकिन पिछले कुछ समय से विवाद भी था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रविवार को नारसन क्षेत्र अंकित को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अंकित कई दिनों बाद राजस्थान से वापस लौटा है।