हल्द्वानी। जल निगम और जल संस्थान के अधिकारियों और कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए शनिवार को सड़कों पर प्रदर्शन किया। एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि शहरी विकास विभाग के अंतर्गत संचालित पेयजल और सीवरेज कार्यों को एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) के हाथों में सौंपा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
कर्मचारियों ने शनिवार को हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में धरना प्रदर्शन किया। इसके बाद कर्मचारी सड़कों पर उतरे एसडीएम कोर्ट पहुंचे। वहां एसडीएम के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा। संयुक्त मोर्चा के बैनर तले जल संस्थान, जल निगम, पेयजल निगम के सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी हल्द्वानी के बुद्ध पार्क पहुंचे। जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन करते हुए सरकार से जल संस्थान, जल निगम, पेयजल विभाग का एकीकरण कर राज्य कर्मचारियों का दर्जा देने की मांग की।
जल कर्मियों का आरोप है कि सरकारी कामों को पहले विभाग द्वारा कराया जाता था। लेकिन अब निजी हाथों में देने की कार्रवाई की जा रही है। कर्मचारियों का आरोप है कि एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) से कराने के पीछे सरकार और शासन की मंशा केवल पेयजल सेक्टर का निजीकरण करने की है। कर्मचारियों का कहना है कि अपनी मांगों को लेकर सरकार को कई बार अवगत भी कराया गया है। यूनियन के लोगों से कई बार वार्ता भी हो चुकी है। लेकिन सरकार द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। ऐसे में अब कर्मचारियों ने आंदोलन के माध्यम से आर पार की लड़ाई का ऐलान किया है। कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे।