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जल्दी ही शुरू होने जा रहा है दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे

आशारोड़ी से गणेशपुर तक का एलिवेटेड रोड भी लगभग तैयार हो चुका है और इसके शीघ्र उद्घाटन की संभावना है।

दून से दिल्ली पहुंचने में लगेंगे मात्र ढाई घंटे, संसद में उठा मामला
देहरादून, 19 दिसंबर। दिल्लीदृदेहरादून एक्सप्रेसवे के शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है। करीब 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहे इस महत्वाकांक्षी एक्सप्रेसवे को अगले वर्ष की शुरुआत में यातायात के लिए खोलने की तैयारी है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की संसद में दी गई जानकारी के बाद अब परियोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
अधिकारियों के अनुसार, परियोजना के शेष कार्यों को तेजी से पूरा किया जा रहा है और उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा गया है। एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद दिल्ली से देहरादून की यात्रा का समय करीब छह घंटे से घटकर लगभग ढाई घंटे रह जाएगा।
212 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर मंडोला, बागपत, शामली और सहारनपुर होते हुए उत्तराखंड में प्रवेश करेगा। देहरादून में यह मार्ग बिहारगढ़, गणेशपुर और आशारोड़ी के रास्ते राजधानी से जुड़ेगा। आशारोड़ी से गणेशपुर तक का एलिवेटेड रोड भी लगभग तैयार हो चुका है और इसके शीघ्र उद्घाटन की संभावना है।
पूरे प्रोजेक्ट को चार प्रमुख खंडों गाजियाबाद, बागपत, रुड़की और मेरठ में विभाजित किया गया है। इसके अलावा हरिद्वार को जोड़ने के लिए 51 किलोमीटर का ग्रीनफील्ड मार्ग भी बनाया गया है, जिसकी लागत करीब 2,095 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
एक्सप्रेसवे पर कुल 113 व्हीकुलर अंडरपास, 62 बस शेल्टर, 76 किलोमीटर लंबी सर्विस रोड, 16 एंट्री पॉइंट और 12 वे-साइड सुविधाएं विकसित की गई हैं। इसके साथ ही इस मार्ग पर 6 एनिमल अंडरपास, 2 हाथी अंडरपास, 2 बड़े और 13 छोटे पुल बनाए गए हैं, जिससे वन्यजीवों की आवाजाही सुरक्षित बनी रहे।
परियोजना की एक प्रमुख विशेषता दात काली मंदिर के पास बना 340 मीटर लंबा टनल है, जिस पर करीब 1,995 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, दोनों प्रमुख मार्गों पर ट्रायल रन पूरा कर लिया गया है। इससे पहले यह परियोजना कुछ समय तक लॉजिस्टिक और तकनीकी कारणों से प्रभावित रही, लेकिन अब कार्य अंतिम चरण में पहुंच चुका है। दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे न केवल उत्तराखंड बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लिए यातायात, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को नई गति देगा।

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