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उत्तराखंड के छात्रों ने एबैकस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हासिल की जीत

वर्ष 2025 में एबैकस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के छात्रों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय

उत्तराखंड के छात्रों ने एबैकस प्रतियोगिता में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हासिल की जीत
देहरादून। वर्ष 2025 में एबैकस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के छात्रों ने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन किया। यह उत्तराखंड के लिए अत्यंत गौरवपूर्ण क्षण रहा, जब 10 छात्रों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एबैकस विजेता घोषित किया गया।
चौंपियंस वर्ल्ड द्वारा अक्टूबर माह में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की एबैकस प्रतियोगिता में 16,364 छात्रों ने भाग लिया, वहीं नवंबर माह में आयोजित अंतरराष्ट्रीय स्तर की एबैकस प्रतियोगिता में 31 देशों के 30,334 छात्रों ने सहभागिता की। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए रानी लक्ष्मीबाई ऑडिटोरियम, सेक्टर-38, चंडीगढ़ में भव्य पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया।
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में दिया जखमोला ने 100 प्रतिशत अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान हासिल किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में अरुण्या ने स्पेशल कैटेगरी में 100 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं जयपुर की अंकिशा मित्तल ने छठी टर्म में 100 प्रतिशत अंकों के साथ द्वितीय स्थान प्राप्त किया। इसके अतिरिक्त कार्तिकेय ध्यानी, तेजस असवाल, आरोही चौहान, क्यारा द्विवेदी, ओम बिष्ट, शौर्य प्रताप सिंह और तरिशी अल्लाघ को 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने पर ‘बेस्ट परफॉर्मेंस अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उमा शंकर गुप्ता, आईएएस (निदेशक, ग्रामीण एवं पंचायती राज, पंजाब), जसवीर सिंह सेखों (सदस्य, राज्य खाद्य आयोग, पंजाब) तथा मोहित अग्रवाल (एसपी मुख्यालय, मोहाली) ने विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान की। ओम साईं एबैकस सेंटर की ओनर एवं उत्तराखंड की मास्टर फ्रेंचाइज़ी, तृप्ति मित्तल ने कहा कि यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि छात्रों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि आज के समय में जब बच्चे मोबाइल और स्क्रीन पर अधिक समय बिताते हैं, ऐसे में एबैकस शिक्षा एक स्वस्थ और सकारात्मक विकल्प है, जो बच्चों को मानसिक सक्रियता और सकारात्मक सोच की ओर प्रेरित करता है। इस प्रकार की प्रतियोगिताएं एबैकस शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाती हैं, जिसके कारण यह कोर्स न केवल शहरों में बल्कि गाँवों और दूरदराज़ के क्षेत्रों में भी लोकप्रिय हो रहा है। उन्होंने सभी अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें एबैकस शिक्षा के लिए प्रेरित करें।

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