
यात्रियों को उठानी पड़ी परेशानी
देहरादून। हरिद्वार-देहरादून से हर रोज हजारों की संख्या में गढ़वाल मंडल के तमाम क्षेत्रों को जाने वाले यात्रियों को बुधवार को परिवहन महासंघ द्वारा अपनी छह सूत्री मांगों को लेकर टैक्सी-मैक्सी का चक्का जाम कर दिया गया। जिसके कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
देहरादून और हरिद्वार से बड़ी संख्या में कमर्शियल वाहनों का संचालन गढ़वाल के तमाम जिलों तक होता है। परिवहन महासंघ के आह्वान पर आज इन वाहनों का संचालन ठप किए जाने से यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। वाहन चालकों का कहना है कि परिवहन विभाग द्वारा लगातार टैक्स में वृद्धि की जा रही है। वाहनों की फिटनेस के लिए अब ऑटोमेटिक फिटनेस सेंटर खोले गए हैं। उनको इससे पूर्व वाहनों की फिटनेस की जांच के लिए सिर्फ 3 हजार रूपये खर्च करने पड़ते था जो अब 3 हजार से बढ़कर 15 हजार रूपये कर दिये गये है।
वाहन स्वामियों ने आज अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय चक्का जाम कर दिया। हालांकि इस दौरान उनकी अधिकारियों के साथ कुछ मुद्दों पर सहमति भी बन गई है लेकिन फिटनेस को लेकर अभी पेंच फंसा हुआ है। वाहन संचालकों का कहना है कि उन पर इतने टैक्स बढ़ा दिए गए हैं कि उन्हें अब अपने वाहनों की बैंक किस्त निकाल पाना भी मुश्किल हो रहा है। उनका यह भी कहना है कि डग्गा मार वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं होने के कारण उन्हें पर्याप्त सवारियां भी नहीं मिल पा रही हैं। लेकिन पुलिस और परिवहन विभाग इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।
चक्का जाम और हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला जो वाहनं हरिद्वार और दून से सवारियां लेकर जा रहे थे उन सभी वाहनों को ऋषिकेश में रोक लिया गया। जिसके कारण खास तौर पर बाहर से आने वाले यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि इस चक्का जाम में रोडवेज की बसें व सिटी बसें बाहर रही हैं लेकिन गढ़वाल जाने वाले यात्रियों को सुबह से शाम तक पहाड़ जाने के लिए वाहन न मिलने से भारी परेशानी उठानी पड़ी है।



