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पर्वतारोहण संस्थान निम ने द्रौपदी का डांडा टू का किया सफल आरोहण

वहीं अक्टूबर को यह समाप्त होगा। इस दौरान प्रशिक्षुओं को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्वतारोहण की बारीकियों की जानकारी दी गई।

2022 के हादसे में मारे गए पर्वतारोहियों को दी श्रद्धांजलि

उत्तरकाशी। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान निम के मिक्स एडवांस कोर्स के प्रशिक्षु, प्रशिक्षकों व अधिकारियों ने द्रौपदी का डांडा द्वितीय चोटी आरोहण के दौरान हुए हिमस्खलन हादसे के दिवंगत पर्वतारोहियों को तीन साल बाद इस चोटी पर सफल आरोहण कर श्रद्धांजलि दी है। चार अक्टूबर 2022 को चोटी के सफल आरोहण से वापसी के दौरान एडवांस कोर्स के ही 29 प्रशिक्षु व प्रशिक्षक हिमस्खलन की जद में आए गए थे, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
दरअसल, निम की ओर से हर वर्ष बेसिक कोर्स के बाद एडवांस कोर्स समुद्रतल से करीब 5670 मीटर की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-टू की चोटी का आरोहण के साथ पूरा किया जाता है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान की ओर से द्रौपदी का डांडा चोटी के आसपास के क्षेत्र में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पर्वतारोहण एडवांस कोर्स का आयोजन किया जा रहा है।
चार अक्टूबर को वर्ष 2022 में एवलांच में दबने से करीब 29 पर्वतारोहियों की मौत हो गई थी। घटना की बरसी पर जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड अलाइड स्पोर्ट्स के प्रधानाचार्य कर्नल हेमचंद्र सिंह और निम के कैप्टन संतोष कुमार, विनोद गुसांई, सौरव सिंह, आजाद राणा, अंशुल गल्ता और एडवांस कोर्स के छह प्रशिक्षुओं ने द्रौपदी के डांडा-टू चोटी का सफल आरोहण किया। इसके साथ ही वहीं पर शहीद पर्वतारोहियों को श्रद्धांजलि भी दी गई।
निम से मिली जानकारी के अनुसार संस्था की ओर से 11 सितंबर को पर्वतारोहण का एडवांस कोर्स शुरू किया गया था। वहीं अक्टूबर को यह समाप्त होगा। इस दौरान प्रशिक्षुओं को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्वतारोहण की बारीकियों की जानकारी दी गई। वहां के वातावरण के अनुसार जीवन यापन की जानकारी भी दी गई।
साल 2022 के हादसे में भारत ने एवरेस्ट विजेता सविता व नौमी को खोया था। सविता कंसवाल उस अभियान के बतौर प्रशिक्षक शामिल थी। सविता ने बेहद कम समय में पर्वतारोहण के क्षेत्र में अपना नाम बनाया था। सविता ने मई 2022 में 15 दिन के भीतर एवरेस्ट व माउंट मकालू पर्वत का सफल आरोहण कर नेशनल रिकार्ड बनाया था। पर्वतारोहण के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियों के लिए दिवंगत सविता को बीते साल मरणोपरांत तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड ने नवाजा गया था, जिसे उनके पिता राधेश्याम कंसवाल ने ग्रहण किया था। वहीं, भटवाड़ी ब्लॉक के भुक्की गांव की नौमी रावत भी इस हादसे का शिकार हुई। वह उभरती हुई पर्वतारोही थी, जो निम से बतौर प्रशिक्षक जुड़ी थी। साल 2022 के हिमस्खलन हादसे में मारे गए उत्तराखंड के 11 पर्वतारोहियों को श्रद्धांजलि देने के लिए निम ने गत वर्ष गढ़वाल हिमालय के माणा चमोली में स्थित 11 अनारोहित चोटियों का सफल आरोहण किया।
इन चोटियों में सात की ऊंचाई छह हजार मीटर से अधिक और चार की ऊंचाई छह हजार मीटर तक थी, जिनका नाम मृतक पर्वतारोहियों के नाम पर करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। इन पर्वतारोहियों में सविता कंसवाल, नौमी रावत, अजय बिष्ट, सतीश रावत, कपिल पंवार, विनय पंवार, संतोष कुकरेती, राहुल पंवार, शुंभम सारंगी, नरेंद्र सिंह व सिद्धार्द्ध खंडूरी शामिल है।

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