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चारधाम यात्रा का हुआ आगाज

श्री  डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी तथा सदस्य 21 अप्रैल शाम को डिम्मर से ऋषिकेश मंदिर समिति धर्मशाला व विश्राम गृह पहुंच गये थे मंगलवार 22 अप्रैल सुबह को राजदरबार नरेंद्र नगर पहुंचे

भगवान बदरीविशाल के महाभिषेक में इस्तेमाल होने वाले तिलों के तेल का कलश “गाडू घड़ा” यात्रा  हुई शुरू 
श्रद्धांलु के दर्शन के लिए चेला चेतराम धर्मशाला में रखा गया गाडू घड़ा
ऋषिकेश ।श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के अवसर पर भगवान बदरीविशाल के महाभिषेक के लिए  प्रयुक्त होनेवाले तिलों के तेल का कलश “गाडू घड़ा यात्रा श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के चेला चेतराम यात्री विश्राम गृह धर्मशाला रेल्वे रोड ऋषिकेश से दर्शन पूजा-अर्चना भोग के पश्चात आज अपराह्न साढ़े तीन बजे श्री शत्रुघ्न मंदिर मुनिकीरेती को प्रस्थान हुई।
सुबह से ही गाडू घड़ा तेलकलश के दर्शन को श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन को पहुंचे शाम तक ढाई हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये इस अवसर पर दानीदाताओं की ओर से श्रद्धालुओं को भगवान बदरीविशाल का प्रसाद वितरित किया गया।
बीते मंगलवार 22 अप्रैल राजदरबार नरेंद्रनगर से तेलकलश गाडू घड़ा यात्रा का शुभारंभ हुआ। इसी दिन देर शाम को गाडू घड़ा यात्रा पहले पड़ाव श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी )के रेल्वे रोड ऋषिकेश चेला चेतराम धर्मशाला व  विश्राम गृह पहुंची यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु तेलकलश गाडू घड़ा के दर्शन को पहुंचे।
श्री  डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के पदाधिकारी तथा सदस्य 21 अप्रैल शाम को डिम्मर से ऋषिकेश मंदिर समिति धर्मशाला व विश्राम गृह पहुंच गये थे मंगलवार 22 अप्रैल सुबह को राजदरबार नरेंद्र नगर पहुंचे जहां सांसद व रानी माला राज्य लक्ष्मी शाह सहित सुहागिन महिलाएं पीत वस्त्र धारण कर परंपरागत रूप से ओखली में तिलों को कूटकर हाथों से तेल पिरोकर चांदी के घड़े में रखा।
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि बीते मंगलवार 22 अप्रैल देर शाम को तेलकलश की पूजा-अर्चना तथा भोग के बाद महाराजा मनुजयेंद्र शाह ने तेल कलश को श्री बदरीनाथ धाम के लिए रवाना किया। तेलकलश पहले पड़ाव ऋषिकेश,सहित मुनिकीरेती, श्रीनगर , श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर, श्री गरूड़ मंदिर पाखी, श्री नृसिंह मंदिर ज्योर्तमठ, श्री योग ध्यान बदरी पांडुकेश्वर सहित विभिन्न पड़ावों से होकर 3 मई शाम को श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा तथा साथ ही श्री नृसिंह मंदिर ज्योर्तिमठ से रावल जी, आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, तथा योगबदरी पांडुकेश्वर से श्री उद्धव जी श्री कुबेर जी भी 3 मई शाम को श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेंगे।4 मई को प्रात: 6 बजे भगवान बदरीविशाल मंदिर के कपाट खुलेंगे।
आज गाडूघड़ा तेल कलश के दर्शन को शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के परम शिष्य दंडी स्वामी मुकुंदानंद महाराज सहित उत्तराखंड संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार गैरोला,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल,धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, सहायक अभियंता गिरीश देवली,वेदपाठी रविंद्र भट्ट ने ऋषिकेश पहुंच कर गाडू घड़ा के दर्शन किये।
श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी, उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, महामंत्री भगवती प्रसाद डिमरी,पूर्व अध्यक्ष विनोद डिमरी, संजय डिमरी, हरीश डिमरी,डा. अनूप डिमरी, शैलेन्द्र डिमरी, दिवाकर डिमरी तेलकलश यात्रा के साथ चल‌ रहे है
इस अवसर पर बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़,गुलशन तलवार, प्रेमकिशोर नौटियाल, विनोद अग्रवाल पवन गोयल,राजेश अग्रवाल, चंडी प्रसाद थपलियाल,सुरेश डिमरी, विपुल डिमरी, मंदिर समिति पूर्व सदस्य हरीश डिमरी, सरोज डिमरी, प्रबंधक विशाल पंवार, प्रबंधक सोबन सिंह रावत, दीपेन्द्र रावत, कुलदीप नेगी, स्वास्तिक नौटियाल,वेद किशोर नौटियाल, सरपंच विजय राम डिमरी , शिवप्रसाद डिमरी,भोलादत्त डिमरी, सुभाष डिमरी, गौरव डिमरी, रामचंद्र बिष्ट, मनोज रावत,‌रश्मि बमोला अन्नपूर्णा, दलबीर रमोला, दीपक कुमार, राजे- राजू गोडियाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

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