मां भगवती की उपासना से कार्य होते हैं सफल: आचार्य डिमरी
उन्होंने सभी भक्तों से शेष दिनों में भी कथा श्रवण करने के लिए कथा स्थल पहुंचने का आग्रह किया है।

श्रीमद देवी भागवत कथा सुनने को उमड़ी भक्तों की भीड़
रुद्रप्रयाग। भगवान पुंडेश्वर महादेव मंदिर में चल रही श्रीमद देवी भागवत कथा के छटवें दिन बड़ी संख्या में भक्तों ने कथा का रसपान किया। मुख्यालय स्थित पुंडेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित कथा में कथा व्यास आचार्य प्रशांत डिमरी ने कहा कि किसी भी कार्य को करने से पहले दृढ़ निश्चय कर लें कि यह कार्य मुझे करना है। ऐसे में स्वयं मां भगवती उस पर कृपा करती है। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य को करने से पहले मां भगवती के पास जाकर कहें कि हे मां मैं ये कार्य करना चाहता हूंॅ, इसका निष्कर्ष क्या होगा। यह मैं नहीं जानता, यह अब सब तुझ पर ही छोड़ दिया है। ऐसे में मां भगवती ऐसे भक्तों पर अवश्य कृपा करती हैं और उसके कार्य सफल होते हैं। कथा व्यास ने सुभाउ की पुत्री शशिकला और सुर्दशन के विवाह प्रसंग की कथा सुनाई। साथ ही मां के अष्टभुजा धारण करने की कथा का श्रवण भी भक्तों को कराया। इस मौके पर मुख्यालय के विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में भक्तों ने कथा का श्रवण किया। इधर, पांडव नृत्य एवं शिव समिति पुनाड़ के अध्यक्ष प्रकाश गोस्वामी, सचिव सुनील नौटियाल, विजय कप्रवान, शैलेन्द्र गोस्वमीख्,महेश डियूंडी ने बताया कि 14 फरवरी को कथा का हवन यज्ञ और पूर्णाहुति के साथ समापन किया जाएगा। उन्होंने सभी भक्तों से शेष दिनों में भी कथा श्रवण करने के लिए कथा स्थल पहुंचने का आग्रह किया है।