लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त दशज्यूला क्षेत्र के मोटरमार्ग
स्कूली छात्र-छात्राओं को भी रोजाना पैदल लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं की स्थिति और भी दयनीय हो गई है।

6500 से अधिक की आबादी प्रभावित
क्षेत्र के बुजुर्ग व स्कूली बच्चे अत्यधिक परेशान
रुद्रप्रयाग। लगातार हो रही बारिश ने जनपद के ग्रामीण इलाकों में मुश्किलें बढ़ा दी हैं। सारी-बिजराकोट मोटरमार्ग सहित क्षेत्र की अन्य सड़कें पिछले डेढ़ माह से पूरी तरह से बंद पड़ी हैं, जिससे दशल्यूला क्षेत्र के दर्जनभर गांवों की करीब 6500 से अधिक आबादी यातायात सुविधा से वंचित है। मार्ग के अवरुद्ध होने से 15 से 20 छोटे-बड़े वाहन गांव में ही फंसे हुए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क बंद होने से मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाना बेहद कठिन हो गया है। हाल ही में एक गंभीर रूप से बीमार महिला को बामुश्किल दो किलोमीटर पैदल नीचे मुख्य मार्ग तक पहुंचाना पड़ा। स्कूली छात्र-छात्राओं को भी रोजाना पैदल लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं की स्थिति और भी दयनीय हो गई है। जिला पंचायत सदस्य सारी जयवर्धन काण्डपाल ने कहा सारी-बिजराकोट और दशज्यूला सड़कों का मिसिंग लिंक सहित ढुंग मोटरमार्ग के ठप होने से पूरे दशल्यूला क्षेत्र के लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। ग्रामीणों को इलाज, शिक्षा और दैनिक जरूरतों के लिए भारी कठिनाई झेलनी पड़ रही है। बार-बार प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। यदि तत्काल कार्यवाही नहीं हुई तो आगामी तीन दिवसीय जागतोली दशज्यूला महोत्सव पर भी संकट आ सकता है। प्रशासन को शीघ्र सड़क दुरुस्त करनी चाहिए। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष लखपत भंडारी ने कहा कि पीएमजीएसवाई और एनपीपीसी सहित पीडब्ल्यूडी की घोर लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। क्षेत्र पंचायत सदस्य नीमा देवी और सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण नेगी ने भी आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही के कारण ग्रामीणों की मुश्किलें दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही सड़क की मरम्मत शुरू नहीं की गई, तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
फोटो परिचय: रुद्रप्रयाग: बरसात के कारण बंद मोटरमार्ग (27 आरडीपी 2)