कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को बताया कि यह सीधे-सीधे मतदाताओं को प्रभावित करने के उद्देश्य से किया गया है।
मंत्री रेखा आर्य ने आचार संहिता के दौरान ली समीक्षा बैठक
देहरादून। उत्तराखंड नगर निकाय चुनाव के लिए 23 जनवरी को मतदान होना है। मतदान से पहले बीजेपी और कांग्रेस पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतर चुकी है। दोनों ही पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे है। इसी बीच कांग्रेस ने बीजेपी पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। और इस मामले में कांग्रेस के नेताओं ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन भी सौंपा है।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की ओर से पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मिलकर धामी सरकार के मंत्रियों पर लगातार आचार संहिता उल्लंघन किए जाने का मुद्दा उठाया। करन माहरा का आरोप है कि जिस दिन से निकाय चुनाव की आदर्श आचार संहिता लागू हुई है, उसी दिन से सभी राजनीतिक दलों के लिए आचार संहिता के नियमों का पालन करना अनिवार्य हो गया है। लेकिन प्रदेश की भाजपा के लिए कोई नियम कायदे नहीं है।
बीजेपी के मंत्रियों की तरफ से लगातार आचार संहिता का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सात जनवरी को विधानसभा सभागार में समीक्षा बैठक के नाम पर मंत्री रेखा आर्य ने सभी जिला पूर्ति अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक करके घोषणा की। जिसमें उन्होंने कहा कि खाद्य दुकानों के आवंटन में आरक्षण का ध्यान रखा जाए।
इसके अलावा राशन की दुकानों के माध्यम से राशन कार्ड धारकों को खाद्य तेल दिए जाने की भी घोषणा की गई। कांग्रेस ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को बताया कि यह सीधे-सीधे मतदाताओं को प्रभावित करने के उद्देश्य से किया गया है। माहरा का कहना है कि इसके अलावा 8 जनवरी को मंत्री रेखा आर्य में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की पेंशन पदोन्नति और भर्ती संबंधी घोषणाएं भी की, जो आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन है।
इसी तरह आदर्श आचार संहिता की घोषणा के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री खुद टिहरी जिले के मलेथा में जाकर वीर माधो सिंह भंडारी कृषि विकास मेले में विकास संबंधी घोषणाएं करते हैं। यह भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस पार्टी ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात करते हुए ज्ञापन सौंपा, और इसकी शिकायत करते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग उठाई है। चुनाव आयुक्त ने भी इन मामलों का संज्ञान लेकर कार्रवाही किए जाने का आश्वासन दिया है।