तापमान गिरने के कारण उत्तराखंड में पड़ रही कड़ाके की ठंड
न्यूनतम तापमान बदरीनाथ धाम से भी 2 डिग्री सेल्सियस कम यानी -6डिग्री सेल्सियस रहा। अभी आने वाले दिसंबर माह की 3 तारीख को तो तापमान और ज्यादा लुढ़केगा।
बिना बर्फबारी माइनस में पहुंचा कई हिस्सों में तापमान
चारोंधामों में माइनस में है न्यूनतम तापमान
देहरादून। नवंबर का महीना शनिवार को खत्म हो जाएगा। रविवार से दिसंबर का महीना शुरू हो जाएगा। चौंकाने वाली बात ये है कि उत्तराखंड में इस बार अभी तक बर्फबारी नहीं हुई है। हालांकि ठंड कड़ाके की पड़ रही है। बिना बर्फबारी के ही तापमान अनेक स्थानों पर माइनस में चला गया है। आइए हम आपको बताते हैं कि उत्तराखंड के किन हिल स्टेशन और चारधाम में कहां कितना तापमान है। सबसे पहले बात करते हैं भू वैकुंठ बदरीनाथ धाम की। बदरीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। यहां देश का प्रथम गांव माणा भी है। चमोली जिला चीन के कब्जे वाले तिब्बत से अपनी सीमा बांटता है। चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद बदरीनाथ धाम में अब सिर्फ सुरक्षाकर्मी ही तैनात हैं। आम जन यहां इस समय नहीं रहते हैं। प्रथम गांव माणा के लोग भी निचले इलाकों में चले गए हैं।
बदरीनाथ धाम में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस समय बदरीनाथ धाम का अधिकतम तापमान 6डिग्री सेल्सियस है। न्यूनतम तापमान मानइस में पहुंच चुका है। आज यानी शुक्रवार 29 नवंबर के न्यूनतम तापमान की बात करें तो ये -4डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। दरअसल बदरीनाथ धाम समुद्र तल से 3,133 मीटर (10,279 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। इसलिए यहां अक्टूबर से लेकर अप्रैल तक कड़ाके की ठंड पड़ती है।
अब बात करते हैं बाबा के धाम केदारनाथ की। केदारनाथ धाम उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है। इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 3,584 मीटर है। यानी केदारनाथ धाम चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम से ज्यादा ऊंचाई पर स्थित है। केदारनाथ धाम का अधिकतम तापमान आज 7डिग्री डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। न्यूनतम तापमान बदरीनाथ धाम से भी 2 डिग्री सेल्सियस कम यानी -6डिग्री सेल्सियस रहा। अभी आने वाले दिसंबर माह की 3 तारीख को तो तापमान और ज्यादा लुढ़केगा। 3 दिसंबर को अधिकतम तापमान भी 3डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -9डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
अब बात करते हैं चारधाम में से एक गंगोत्री की। गंगोत्री धाम में भी चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद आम लोग नहीं रहते हैं। कुछ साधु-संत यहां जरूर रहते हैं। यहां का अधिकतम तापमान अभी 10डिग्री सेल्सियस है। न्यूनतम तापमान की बात करें तो ये -3डिग्री सेल्सियस है। गंगोत्री धाम उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3,140 मीटर है।
यमुनोत्री धाम भी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ही है। चारधाम यात्रा संपन्न होने के बाद यहां भी सन्नाटा होता है। बस कुछ साधु-संत जो तपस्या करते हैं, वो यहां रह जाते हैं। यमुनोत्री का आज अधिकतम तापमान 4डिग्री सेल्सियस है। न्यूनतम तापमान -6डिग्री सेल्सियस रहा। यमुनोत्री में भी 3 दिसंबर को और ज्यादा ठंड होगी। 3 दिसंबर का अनुमानित तापमान अधिकतम 2डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम -9डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
हिल स्टेशन भी कूल-कूलरू ये तो था चारधाम का तापमान। अब बात करते हैं उत्तराखंड के प्रसिद्ध हिल स्टेशनों की। उत्तराखंड के सभी पर्यटक स्थलों में अच्छी-खासी ठंड पड़ रही है। चाहे मसूरी, धनौल्टी, गैरसैंण हों या फिर कुमाऊं मंडल में स्थित नैनीताल, रानीखेत, कौसानी और मुक्तेश्वर हर जगह ठंड है। इन हिल स्टेशन में अधिकतम तापमान जहां 13डिग्री से 17डिग्री सेल्सियस तक है, वहीं न्यूनतम तापमान 1डिग्री से 4डिग्री सेल्सियस तक है।
मसूरी का न्यूनतम तापमान शून्य पहुंचा
देहरादून। हिल स्टेशन में सबसे पहले पहाड़ों की रानी मसूरी के तापमान की बात करते हैं। मसूरी का आज अधिकतम तापमान 13डिग्री सेल्सियस रहा तो न्यूनतम तापमान 0डिग्री सेल्सियस है। अगर माइनस तापमान का मजा लेना चाहते हैं तो 3 दिसंबर को मसूरी पहुंच जाइए। 3 दिसंबर को मसूरी का अधिकतम तापमान जहां 12डिग्री सेल्सियस रहेगा वहीं न्यूनतम तापमान इस सीजन में पहली बार-1डिग्री सेल्सियस तक गिरेगा। टिहरी जिले के पर्यटक स्थल धनौल्टी में भी ठीक-ठाक ठंड पड़ रही है। हालांकि यहां भी अभी तक बर्फ नहीं पड़ी है, लेकिन आज यहां का अधिकतम तापमान 14डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 1डिग्री सेल्सियस रहा। बस बर्फ पड़ने की ही देरी है। रुद्रप्रयाग जिले में स्थित सुंदर पर्यटक स्थल चोपता समुद्र तल से 2,900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां होने वाली बर्फबारी पर्यटकों को यहां खींच लाती है। जब बर्फ नहीं गिरती तब भी पर्यटक चोपता घूमने आते हैं। आज चोपता का अधिकतम तापमान 19डिग्री सेल्सियस रहा तो न्यूनतम तापमान 7डिग्री सेल्सियस था।