गोवर्धन का पर्व सनातन धर्मियों के लिए महत्वपूर्णः ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी
इसलिए कभी भी चाहे कोई कितना ताकतवर हो जाए उसको अपने ऊपर अहंकार नहीं करना चाहिए।
जयराम आश्रम में धूमधाम से की गई गोवर्धन पूजा
ऋषिकेश। श्री जयराम आश्रम में भगवान गोवर्धन पूजा व अन्नकूट महोत्सव धूमधाम से मनाया गया जिस पर 56 प्रकार का भोग लगाकर भगवान गोवर्धन की पूजा विधि विधान से की गई इस अवसर पर हरिद्वार सहित अन्य स्थानों से संतों ने जयराम आश्रम के परम अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज को अन्नकूट पर्व की शुभकामनाएं दी अनुकूल पर्व पर श्री जय राम आश्रम के परम अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने कार्यक्रम में आए सभी भक्तों को अन्नकूट पार्वती शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने इंद्रदेव का अभियान खत्म करने के लिए आज ही के दिन गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठा लिया आज के दिन से सभी छोटे व बड़े लोगों को प्रेरणा लेनी चाहिए कि व्यक्ति को कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए। इसलिए कभी भी चाहे कोई कितना ताकतवर हो जाए उसको अपने ऊपर अहंकार नहीं करना चाहिए। उन्होंने सभी भक्तों को कहा कि गुरुजनों एवं बुजुर्ग माता-पिता का सम्मान करने से भगवान भी प्रसन्न होता है क्योंकि भगवान ने भी पहले गुरु की पूजा व सम्मान करने को कहा है ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने ऋषिकेश सहित आसपास के क्षेत्र से आए सभी भक्तों को साधुवाद देते हुए प्रसाद वितरण एवं भंडारे का आयोजन कर सभी भक्तों के उज्जवल भविष्य की कामना की। पंडित माया राम रतूड़ी के संचालन में चले कार्यक्रम में महाबलेश्वर हरीश चेतनानंद महाराज महंत हर्षवर्धन महाराज विनोद अग्रवाल, दीप शर्मा, वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, गंगाराम आडवाणी, शिव सहगल, अशोक शर्मा, बी.एम. बडोनी प्रदीप शर्मा ललित मोहन मिश्रा ज्येन्देर रमोला ललित मोहन मिश्रा आदि उपस्थित रहे।