हत्या को अंजाम देने वाले 2 नेपाली गिरफ्तार
उत्तरकाशी। पुलिस ने मोरी में हुए ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए हत्यारोपित दो नेपालियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बताया कि उनके डेरे में घुसने के बाद शक के आधार पर मृतक गिरवीर सिंह की हत्या कर केदार गंगा नदी में फेंक दिया था।
प्यारी देवी निवासी खरसाडी, मोरी ने थाना मोरी पर आकर एक लिखित तहरीर दी गयी, जिसमें उसने बताया गया कि उनका पति गिरवीर सिंह 24 जुलाई को अपने खेतों की देखभाल के लिए पोल्हाडी नामक तोक गया था, उसी दौरान सुधीर चड्ढा एण्ड कम्पनियों के कर्मचारियों ने उसके पति के साथ मारपीट कर उसकी हत्या की गयी व लाश केदार गंगा नदी फेंक दिया गया, जिनका शव 25 जुलाई को केदार गंगा नामक गदेरे से बरामद किया गया। तहरीर के अधार पर पुलिस ने थाना मोरी पर सुधीर चड्डा कम्पनी के अज्ञात कर्मचारियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस उपाधीक्षक उत्तरकाशी प्रशान्त कुमार के निकट पर्यवेक्षण तथा थानाध्यक्ष पुरोला मोहन सिंह कठैत एवं थानाध्यक्ष बड़कोट दीपक कठैत के नेतृत्व में पुलिस व एसओजी की टीम ने इस प्रकरण में गहन पतारसी-सुरागरसी करते हुए फोन कॉल, लोकेशन आदि टेक्निकल सपोर्ट से साक्ष्य एकत्र कर ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा किया गया। हत्या की घटना को अंजाम देने वाले नेपाली मूल के वीर बहादुर व प्रेम बहादुर को गिरफ्तार किया है।
पुछताछ में हत्यारोपितों ने बताया कि मृतक गिरवीर 24 जुलाई को खरसाडी के पोल्हाडी तोक स्थित उनके डेरे में गलत नियत से जबरन घुस गया था, जिससे उनके बीच मारपीट हो गयी, मारपीट के दौरान गिरवीर डेरे से भाग गया, करीब 200 मीटर के भागने के बाद वीर बहादुर व प्रेम बहादुर पीछा करते हुये खरसाडी पुल के पास इस व्यक्ति को पकड़कर सिर पर चीड़ की फाड़ी हुयी लकड़ी से वार किया, जिससे वह बेहोश होकर नीचे गिर गया था, दोनो हत्यारोपियों को लगा कि यदि यह जिन्दा बच गया तो गांव वालो को बता देगा इसलिये उन्होंने बेहोश व्यक्ति को पुल से नीचे केदारगंगा में फेक दिया गया। सबूत मिटाने के लिये उन्होंने बेहोश व्यक्ति के शरीर से कपडे उतारकर, कपडे, मोबाईल और जिस लकड़ी से मारा था को केदारगंगा में फेक दिया गया।