उत्तराखंड

बर्फ की चादर से सफेद हुई चारधाम के पहाडियां

वहीं किसानों ने कहा कि गेहूं, जौं और सेब की फसल के लिए बर्फबारी का अच्छी खबर है। जिससे पैदावार अच्छी होगी।

चमोली। जिले में बारिश और बर्फबारी से ठंड में इजाफा हो गया है। वहीं बर्फबारी से एक दर्जन से अधिक गांव ढक चुके हैं। जिसका असर जनजीवन पर भी पड़ रहा है। वहीं भारी बर्फबारी होने से पहाड़ियां बर्फ से लकदक हो गई हैं और चारों तरफ बर्फ की चादर दिखाई दे रही है। जिससे पर्वतीय क्षेत्रों का नजारा काफी खूबसूरत बना हुआ है।
चमोली में बदरीनाथ समेत तमाम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फबारी होने से बदरीनाथ धाम चांदी सा चमक रहा है। मौसम विभाग देहरादून ने आज फिर चमोली में बारिश को लेकर पूर्वानुमान जताया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद निचले इलाकों में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बदरीनाथ, हेमकुंड, औली, हनुमानचट्टी में लगभग एक फीट से भी अधिक बर्फबारी हुई है। जबकि उर्गम, डूमक, पाणा, ईरानी झींझी, घुनी, रामनी, कनोल सुतौल समेत एक दर्जन से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं। बर्फबारी होने के बाद लोग घरों में कैद हो गए, लोगों के सामने पशुओं के लिए चारापत्ती, पानी आदि का संकट पैदा हो गया। वहीं किसानों ने कहा कि गेहूं, जौं और सेब की फसल के लिए बर्फबारी का अच्छी खबर है। जिससे पैदावार अच्छी होगी।
इसके साथ ही बर्फबारी से जनपद में गोपेश्वर मंडल चोपता मोटर मार्ग और जोशीमठ मलारी हाईवे बर्फबारी से अवरुद्ध हो गया है। बर्फबारी से शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं बर्फबारी होने से चोपता, औली, जोशीमठ में स्थानीय व्यवसायियों के चेहरे खिल गए हैं। क्रिसमस और थर्टी फर्स्ट मनाने के लिए पर्यटक औली चोपता जोशीमठ का रुख कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button