
आईएमए पीओपी में शामिल होंगे थल सेना प्रमुख, परेड की लेंगे सलामी, ग्रेजुएशन सेरेमनी संपन्न
देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी की ऐतिहासिक परेड में इस बार मुख्य अतिथि के तौर पर थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी मौजूद रहेंगे। आईएमए पासिंग आउट परेड में शामिल होने के लिए सेना प्रमुख कार्यालय से सहमति जता दी गई है। उधर भारतीय सैन्य अकादमी भी आगामी पासिंग आउट परेड की तैयारियों में जुट गई है। फिलहाल, पासिंग आउट परेड से पहले होने वाले तमाम कार्यक्रमों की शुरुआत भी हो गई है।
भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड से पहले होने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत कर दी गई है। इस कड़ी में फिलहाल ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन किया गया। इसके बाद 11 दिसंबर को कमांडेंट परेड आयोजित की जाएगी। इस बार 13 दिसंबर को पासिंग आउट परेड का आयोजन किया जाना है। ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान आर्मी कैडेट कॉलेज विंग के 71 कैडेटस को स्नातक की डिग्री दी गई। इसके बाद अब यह कैडेट्स अकादमी में एक साल का कठिन प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। स्नातक की डिग्री लेने वाले 71 कैडेटस में 30 कैडेट साइंस स्ट्रीम और 41 ह्यूमैनिटीज के हैं।
भारतीय सैन्य अकादमी उसके बाद आगामी दूसरे कार्यक्रमों की तैयारी में भी जुटी हुई है। फिलहाल कमांडेंट परेड का भी भव्य आयोजन किया जाना है। जिसके लिए तैयारी को पूरा किया जा रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम पासिंग आउट परेड का होता है। जिसके बाद ही अकादमी से भारतीय सेना को कई सैन्य अफ़सर मिलते हैं।
इस बार होने वाली पासिंग आउट परेड की खास बात यह भी है कि परेड की सलामी लेने के लिए खुद सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी पहुंच रहे हैं। देहरादून स्थित आईएमए में 13 दिसंबर को इस आयोजन के दौरान थल सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी परेड का निरीक्षण करेंगे। साथ ही सेना में शामिल होने वाले इन अफसरों को शुभकामनाओं के साथ अहम संदेश भी सेना प्रमुख देंगे।
भारतीय सैन्य अकादमी का लंबा इतिहास रहा है। यह अकादमी सेना को अबतक हजारों अफसर दे चुकी है। अकादमी की स्थापना 1932 में हुई थी। इस अकादमी से पास आउट होने वाले पहले बैच के कई कैडेट्स भारत ही नहीं दूसरे देशों में भी सेना का नेतृत्व करते हुए दिखाई दिए हैं।



