उत्तराखंड

मूसलाधार बारिश के बाद सुसुवा नदी का रौद्र रूप

इससे अब खेत कटने के कगार पर आ गए हैं। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से खेतों को बचाने के लिए सुरक्षा के उपाय करने की मांग की है।

सुरक्षा दीवार टूटी, पानी भरने से खेतों को भारी नुकसान
सिंचाई विभाग से लगाई फसलों की सुरक्षा की गुहार
देहरादून। दून जिले से सटे ऊपरी इलाकों में पिछले दो दिन से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कई नदियां उफान पर बह रही हैं। डोईवाला से बहने वाली सुसुवा नदी ने भी रौध्र रूप ले रखा है। मंगलवार को नदी की विकराल लहरों के आगे नदी किनारे बनी सुरक्षा दीवार भी टिक नहीं पाई। जबकि सिंचाई नहर भी बह गई। सबसे ज्यादा नुकसान किसनों को फसलों के बर्बादी के रूप में हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, डोईवाला के बड़ोवाला क्षेत्र से बहने वाली सुसुवा नदी मंगलवार को अपने विकराल रूप में बह रही है। मूसलाधार बारिश के कारण नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। नदी के पानी से किसानों के खेतों को बचाने के लिए बनाई सुरक्षा दीवार भी बह गई है। इससे नदी का पानी किसानों के खेतों में खड़ी फसल तक पहुंच रहा है। इससे अब खेत कटने के कगार पर आ गए हैं। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से खेतों को बचाने के लिए सुरक्षा के उपाय करने की मांग की है।
किसान गौरव चौधरी का कहना है कि बड़ोवाला क्षेत्र में जो सुरक्षा दीवार खेतों को बचाने के लिए लगाई गई थी, वह दीवार पानी की भेंट चढ़ गई है। सिंचाई की नहर भी क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे किसानों के आगे खेतों को बचाने का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने विभाग से जल्द से जल्द सुरक्षा के उपाय करने की मांग की है।
सिंचाई विभाग के अधिकारी योगेश्वर देवरानी का कहना है कि मौके पर टीम को भेजा गया है। जो भी सुरक्षा के उपाय संभव होंगे, वह किए जा रहे हैं। किसानों की फसलों और खेतों को आगामी समय में कोई नुकसान ना हो, उसके लिए भी उपाय किए जा रहे हैं।

बारिश से राज्य में 131 मार्ग प्रभावित
देहरादून। राज्य में 131 मार्ग बंद हैं। इसमें सबसे अधिक पिथौरागढ़ और चमोली जिला प्रभावित हैं। पिथौरागढ़ जिले में दो बार्डर रोड और 21 ग्रामीण मार्ग बंद हैं। चमोली में 23 ग्रामीण मार्ग प्रभावित हैं। बागेश्वर में एक जिला मार्ग, दो मुख्य जिला मार्ग और 13 ग्रामीण मार्ग, उत्तरकाशी में एक राज्य मार्ग, एक मुख्य जिला मार्गरुद्रप्रयाग में आठ, पौड़ी में 11, टिहरी में नौ, नैनीताल में तीन, चंपावत में सात ग्रामीण मोटर मार्ग और अल्मोड़ा और ऊधम सिंह नगर में एक राज्य मार्ग और एक ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं। वहीं, टिहरी बांध का जलस्तर 791.91 मीटर (अधिकतम 830 मीटर) है। और सात ग्रामीण मोटर मार्ग और देहरादून में दो राज्य मार्ग, एक अन्य मार्ग और 15 ग्रामीण मार्ग बंद हैं।

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