हल्द्वानी। हल्द्वानी में हिंसा की आग भले ही ठंडी हो गई हो, लेकिन उसके निशान अभी भी मौजूद हैं। जिला प्रशासन ने हिंसा में हुए नुकसान का आकलन करीब सात करोड़ रुपए बताया है। सबसे ज्यादा नुकसान नगर निगम को करीब चार करोड़ रुपए का हुआ है।
हल्द्वानी बनभूलपुरा अग्निकांड में सरकारी संपत्ति में नगर निगम और पुलिस विभाग की संपत्ति को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। नगर निगम से मिली जानकारी के अनुसार उनकी तीन जेसीबी को आग के हवाले किया गया है। नगर निगम की कई अन्य संपत्तियों को भी जलाया गया है, जिसके हिसाब से हल्द्वानी नगर निगम ने अपने नुकसान का आकलन करीब चार करोड़ रुपए बताया है।
इसके अलावा पुलिस विभाग की बात की जाए तो पीएससी की एक बस, पुलिस के दो वाहन कई कारें और 50 से अधिक दोपहिया वाहनों को फूंका गया है। अभी भी दर्जनों गाड़ियों हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में पड़ी हुई हैं। गाड़ियों के हुए नुकसान के लिए जिला प्रशासन ने परिवहन विभाग को नोडल बनाया है।
पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियों की धारा बढ़ाई
देहरादून। बनभूलपुरा हिंसा प्रकरण में पुलिस ने अलग-अलग कुल तीन मुकदमों में से एक में गैरकानूनी गतिविधियां (यूएपीए) की धारा बढ़ा दी है। मुख्य प्रवक्ता पुलिस मुख्यालय नीलेश आनंद भरने ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है। प्रदेश में फोर्स को अलर्ट पर रखा गया है। क्षेत्र में लगातार पेट्रोलिंग और गश्त कार्रवाई की जा रही है। आईजी ने बताया कि अभी तक 16 आरोपितों के नाम सामने आ चुके हैं, जबकि इनमे से अरशद अयूब, महमूद आलम व जीशान को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं बगीचे का मालिक अब्दुल मलिक फरार है।