
देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कांग्रेस में कद बढ़ गया है। . कांग्रेस ने सूर्यकांत धस्माना को उपाध्यक्ष प्रशासन एवं संगठन का दायित्व दिया है। सोमवार को सूर्यकांत धस्माना ने कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय देहरादून में विधिवत रूप से उपाध्यक्ष प्रशासन एवं संगठन का कार्यभार संभाला।
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धस्माना को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महत्वपूर्ण पद पर बैठाये जाने की वजह बताई। उन्होंने कहा कि पीसीसी की कार्यकारिणी का विधिवत गठन नहीं हुआ है। इसलिए प्रदेश कार्यालय से होने वाली संगठनात्मक गतिविधियों के सुचारू संचालन को लेकर इस पद के लिए किसी की आवश्यकता थी।
उन्होंने बताया कि लगातार कांग्रेस के कई कार्यक्रम चल रहे हैं और आने वाले समय में कई और कार्यक्रम पाइपलाइन में हैं। 21 और 22 मार्च को देहरादून में कांग्रेस के सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों का 2 दिन का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया था। इसके अलावा कांग्रेस आपके द्वारा, कुटुंब कांग्रेस, मेरा वोट मेरा
वहीं आने वाले चुनाव को देखते हुए समय कम रह गया है। इस महत्वपूर्ण पद के रिक्त होने का असर पार्टी कार्यक्रमों में पड़ रहा था। लिहाजा योग्य व्यक्ति के रूप में सूर्यकांत धस्माना को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी के विधिवत गठन तक प्रदेश उपाध्यक्ष प्रशासन और संगठन के रूप में कार्य करने का दायित्व दिया है.। सभी वरिष्ठ नेताओं से राय शुमारी करने के बाद उन्हें इस पद पर बैठाया गया है।
सुर्यकात धस्माना ने जताया सभी वरिष्ठ कांग्रेसियों आभार
देहरादून। कांग्रेस मुख्यालय में कार्यभार ग्रहण करने के बाद सूर्यकांत धस्माना ने पार्टी सभी वरिष्ठ नेताओं का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लिए यह चुनौती पूर्ण समय है। जबकि दूसरी तरफ प्रदेश की जनता भाजपा सरकार के 8 वर्षों के कार्यकाल में त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है।
धस्माना ने कहा कि प्रदेश की धामी सरकार 3 वर्षों का कार्यकाल पूर्ण होने पर प्रदेश भर में जश्न मना रही है। लेकिन राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं, बेरोजगारी और महंगाई से जनता त्रस्त है. राज्य की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। देहरादून में ट्रैफिक व्यवस्था का बुरा हाल है। ऐसे समय में जो जिम्मेदारियां प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने उन्हें सौंपी है, उसका पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करेंगे।
धस्माना ने कहा कि वो पार्टी के तमाम सहयोगियों के साथ मिलकर संगठन की मजबूती को लेकर काम करेंगे। साथ ही वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन मे जनता की अपेक्षा पर भी खरा उतरने का प्रयास करेंगे। बता दें कि इससे पहले यह जिम्मेदारी मथुरा दत्त जोशी संभाल रहे थे, लेकिन निकाय चुनाव से कुछ समय पहले ही उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्य से इस्तीफा देकर भाजपा ज्वाइन कर ली थी। तब से यह पद रिक्त चल रहा था।