देश-विदेश

झूठ बोल रही पाकिस्तान सरकार, हाईजैक ट्रेन छुड़ाने के दावे पर बलूच बोले; बंधक अब भी हमारे कब्जे में

हाईजैक ट्रेन छुड़ाने के दावे पर बलूच बोले; बंधक अब भी हमारे कब्जे में, लड़ाई जारी

बलूच लड़ाकों ने गुरुवार को हाईजैक ट्रेन छुड़ाने पर पाकिस्तान सेना के दावे को झूठा करार दिया। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने कहा कि अभी भी बलूचिस्तान के सिबि इलाके में लड़ाई जारी है। बीएलए ने बताया कि पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ है। सेना अपनी हार और नाकामी को छिपाने के लिए लगातार झूठे दावे कर रही है। बलूच आर्मी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि अगर वाकई पाकिस्तानी सेना ने बंधकों को रिहा करवा लिया है, तो वह उन बंधकों की तस्वीर क्यों जारी नहीं कर रही है। दरअसल हमने युद्ध नैतिकता और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत बुजुर्ग, बच्चों और महिलाओं को छोड़ा था। पाकिस्तान सरकार इसे अपनी एचीवमेंट बता रही है। बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलोच ने कहा कि ट्रेन के कब्जे स्थान पर सेना न तो जीत हासिल कर पाई है और न ही अपने बंधक कर्मियों को बचाने में कामयाब रही है।

हमने पाकिस्तान सरकार को युद्धबंदियों के मुद्दे पर गंभीरता दिखाने और कैदियों की अदला-बदली की दिशा में कदम उठाने का मौका दिया था, लेकिन अपने सैनिकों की जान बचाने के बजाय, कब्जे वाली सेना युद्ध पर अड़ी हुई है। अब जबकि सरकार ने अपने बंधकों को मरने के लिए छोड़ दिया है, तो उनकी मौत की जिम्मेदारी भी उसी की होगी। गौरतलब है कि बुधवार रात साढ़े नौ बजे पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने ट्रेन हाईजैक संकट खत्म होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि 33 बलूच लड़ाकों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन में कुछ बंधक भी मारे गए हैं। उधर, पाकिस्तानी फॉरेन ऑफिस का दावा है कि बलूच लड़ाके हाईजैक के दौरान अफगानिस्तान में मौजूद अपने सरगनाओं से संपर्क में थे, उन्हें वहां से ऑर्डर मिल रहे थे। अफगान सरकार ने इस दावे को नकार दिया है।

पाक में मिलिट्री कैंप पर आत्मघाती हमला, नौ लड़ाके ढेर

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा राज्य में पाकिस्तान तालिबान के हमलावरों ने एक मिलिट्री कैंप पर हमला किया है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक तालिबानी लड़ाकों ने खैबर के टैंक जिले में जंडोला मिलिट्री कैंप पर आत्मघाती हमला किया। कैंप पर हमले के बाद सेना ने 8 से 9 लड़ाकों को मार गिराया है। हमलावरों ने जंडोला चेकपोस्ट पर भी हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन सिक्योरिटी फोर्सेज ने उन्हें रोक दिया।

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