एयरपोर्ट को मिली टर्मिनल-2 की नई बिल्डिंग
पीएम मोदी ने उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को नई पहचान दिलाई है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया और सीएम धामी ने किया उद्घाटन
देहरादून। जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नवनिर्मित टर्मिनल भवन फेज-2 का उद्घाटन बुधवार को किया गया। सीएम पुष्कर सिंह धामी व केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टर्मिनल भवन फेज-2 का वर्चुअली उद्घाटन किया। नई टर्मिनल बिल्डिंग को आधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। टर्मिनल की नई बिल्डिंग में उत्तराखंड की कला और संस्कृति की झलक उकेरी गई है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट के नवनिर्मित टर्मिनल भवन फेज-2 के उद्घाटन के साथ ही एयरपोर्ट का क्षेत्र 42,776 वर्ग मीटर हो गया है। इससे पहले पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग 28729 वर्ग मीटर क्षेत्र में थी। नई टर्मिनल बिल्डिंग पुरानी बिल्डिंग की तुलना में 10 गुना अधिक क्षमता वाली हो गई है। कार्यक्रम में हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, एयरपोर्ट निदेशक प्रभाकर मिश्रा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम में मंच से जनता को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रयासों से ही उत्तराखंड में हवाई सेवा मजबूत हुई है। मंत्री सिंधिया के नेतृत्व में नागरिक उड्डयन विभाग तेजी से काम कर रहा है। भारत सरकार के सहयोग से प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने चुनौतियों को अवसरों में बदलने का प्रयास किया है। आज बाहर के लोगों को भी प्राधिकरण सस्ती हवाई सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
सीएम धामी ने कहा कि वर्तमान में 13 हवाई पोर्ट का निर्माण प्रदेश में किया जा रहा है। हमारा प्रयास पर्यटकों को आवागमन की हर सेवा उपलब्ध कराना है। जौलीग्रांट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इसी के तहत इस टर्मिनल का लोकार्पण हुआ है। पंतनगर एयरपोर्ट को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी है। हाल ही में पिथौरागढ़ के लिए भी हवाई सेवा शुरू हो गई है।
सीएम धामी ने कहा कि वे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से पिथौरागढ़ से हिंडन तक के लिए भी हवाई सेवा शुरू करवाने का अनुरोध करते हैं। कुछ माह पूर्व, प्रधानमंत्री मोदी ने 18 हजार फीट की ऊंचाई पर आदि कैलाश के दर्शन किए, जिसके बाद से पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। पीएम मोदी ने उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों को नई पहचान दिलाई है।