
बॉलीवुड की कई हस्तियां हुईं शामिल
देहरादून। शहर के प्राइवेट मॉल में 10वें देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2025 की शुरुआत हो चुकी है। तीन दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए देहरादून में फिल्म जगत के कई कलाकार, लेखक और निर्देशक पहुंच रहे हैं। तीन दिनों तक चलने वाले इस फिल्म फेस्टिवल में 70 से ज्यादा फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसमें से 30 से ज्यादा फिल्में उत्तराखंड की होंगी।
इस साल शुरू हुए देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में मुंबई से बॉलीवुड कलाकार मुकेश खन्ना, रणवीर शौरी, दर्शन जरीवाला, लिलिपुट, जमील खान, इनाम उल हक और फिल्म निर्माता सुदीप्तो सेन के साथ उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से 20 फिल्म निर्माता देहरादून पहुंच रहे हैं। फेस्टिवल के आयोजक राजेश शर्मा का कहना है कि इस फिल्म फेस्टिवल में उभरते हुए कोरियोग्राफर, सिंगर, एक्टर और डायरेक्टर को अपनी प्रतिभा दिखाने का पूरा मौका मिलता है और उन्हीं की बनाई हुई फिल्में, फेस्टिवल में प्रदर्शित की जाती है।
साल 2015 से शुरू हुए देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हर साल देहरादून में दिग्गज कलाकारों के साथ फिल्म निर्माता और युवा प्रतिभाएं शामिल होती हैं। जिसमें कम बजट की फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाती है। इस फिल्म फेस्टिवल के जरिए युवा कलाकारों को एक मंच के साथ-साथ नई पहचान भी मिलती है, जिससे उन्हें दिग्गज कलाकारों के साथ स्टेज साझा करने का मौका मिलता है, जो उनके करियर को भी नई दिशा देता है।
फिल्म फेस्टिवल के डायरेक्टर राजेश शर्मा ने कहा कि दस वर्षों की इस यात्रा में फिल्म फेस्टिवल उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन चुका है। इस बार करीब 70 से ज्यादा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों का प्रदर्शन प्राइवेट मॉल और प्राइवेट इंस्टीट्यूट में किया जा रहा है। इन फिल्मों में सामाजिक, सांस्कृतिक, पर्यावरण और मनोरंजन जैसे विविध विषयों को शामिल किया गया है। फिल्म स्क्रीनिंग के साथ संवाद सत्र, मास्टरक्लास, वर्कशॉप और युवा फिल्मकारों के लिए विशेष इंटरैक्टिव प्रोग्राम भी आयोजित किए जा रहे हैं। फिल्म फेस्टिवल में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि इस तरह के फिल्म फेस्टिवल से राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है, जो इस प्रदेश की आर्थिकी की सबसे बड़ी कड़ी है। राज्य सरकार ने अपनी फिल्म नीति में कई सुविधाएं दी हैं और जब फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड कलाकार और निर्माता उत्तराखंड पहुंचते हैं तो उन्हें उत्तराखंड के सौंदर्य को देखने का भी मौका मिलता है, जो निर्माता को प्रदेश में फिल्म बनाने की तरफ आकर्षित करता है। इस तरह के आयोजन से उत्तराखंड की प्रतिभाओं को भी आगे बढ़ने का मौका मिलता है।



