
यूकेएसएसएससी प्रकरण में उठाई सीबीआई जांच की मांग
कांग्रेस ने गांधी पार्क में धरना देकर दिया बेरोजगारों का समर्थन
देहरादून। यूकेएसएसएससी (उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग) पेपर लीक का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। अब इस मामले में विपक्षी दल कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा नेतृत्व में कांग्रेसियों ने गांधी पार्क में बेरोजगारों के समर्थन में धरना दिया।
इस दौरान कांग्रेस ने सरकार से इस मामले की सीबीआई जांच कराये जाने की मांग उठाई। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि धामी सरकार की मंशा पेपर लीक मामले की सीबीआई (सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन) जांच कराने की नहीं है। अगर इस मामले की सीबीआई जांच होती है तो 12 घंटे के भीतर सरकार गिर जाएगी।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि सरकार पेपर लीक मामले की एसआईटी जांच करा रही है, लेकिन एसआईटी सरकार के इशारे पर काम करेगी। इसमे पकड़े जाने वाले लोगों के संबंध भाजपा के साथ रहे हैं। तब कैसे माना जा सकता है कि बेरोजगारों को न्याय मिलेगा।
साल 2021 में भी गिरफ्तार हुआ था नकल माफिया हाकम सिंहरू करन माहरा ने कहा कि इससे पहले भी कुख्यात नकल माफिया हाकम सिंह को पुलिस ने साल 2021 में पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार किया था। उसी तरह पटवारी, एई और जेई भर्ती परीक्षा के पेपर लीक करने पर मंगलौर के पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष को एसआईटी ने अरेस्ट किया था। अब की बार दोबारा भर्ती पेपर लीक मामले में हाकम सिंह गिरफ्तार हुआ है। इस बार फिर पेपर लीक के तार भाजपा की तरफ जुड़ रहे हैं।
करन माहरा का आरोप है कि हरिद्वार में जिस संस्थान से पेपर लीक हुआ, वह संस्थान भी भाजपा नेता का ही है। तब कैसे माना जा सकता है कि एसआईटी निष्पक्षता से जांच कर पाएगी। माहरा ने कहा कि यहां तो हाकम सिंह को संरक्षण देने वाले मगरमच्छों के अलावा बड़ी मछली का नाम भी पेपर लीक में आ रहा है। उन्होंने बड़ा बयान दिया कि अगर इस मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में सीबीआई जांच हो गई, उस दिन बड़ी मछली का नाम आते ही 12 घंटे के भीतर भाजपा सरकार गिर जाएगी। दरअसल, बीती 21 सितंबर रविवार को यूकेएसएसएससी ने स्नातक स्तरीय पदों की लिखित परीक्षा आयोजित कराई थी। ये परीक्षा सुबह 11 बजे शुरू हुई थी। परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद ही प्रश्न पत्र के तीन पन्ने बाहर आते है, जिसको लेकर हड़कंप मच जाता है। मामले की जांच की गई तो सामने आया है कि प्रश्न पत्र के तीनों पन्ने हरिद्वार के एक एग्जाम सेंटर से लीक हुए थे। पुलिस की जांच में अभी तक जो सामने आया है, उसके अनुसार हरिद्वार के जिसे एग्जाम सेंटर से प्रश्न पत्र के तीनों पन्ने लीक हुए है, वहीं पर मुख्य आरोपी खालिद पेपर दे रहा था। खालिद ने ही प्रश्न पत्र के तीनों पन्नों की फोटो खींचकर अपनी बहन साबिया को भेजा था। साबिया ने वो फोटो प्रोफेसर सुमन चौहान को भेजे थे। यहीं से पूरा मामला खुला था। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी खालिद और उनकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया है।